वरिष्ठ नागरिक तीर्थयात्रा योजना के तहत शुक्रवार को रामेश्वरम के लिए रवाना होगी 8वीं ट्रेन एक हजार से ज्यादा वरिष्ठजन उठाएंगे निशुल्क यात्रा का आनंद

विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। प्रदेश की लोकप्रिय वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के अन्तर्गत 8वीं ट्रेन शुक्रवार को सायं 4 बजे जयपुर के दुर्गापुरा रेलवे स्टेशन से रामेश्वरम के लिए रवाना होगी। ट्रेन में 1 हजार 50 से अधिक यात्री रामेश्वरम धाम के दर्शन कर तीर्थ यात्रा का लुत्फ उठाएंगे।

देवस्थान मंत्री श्रीमती शकुंतला रावत ने कहा कि देवस्थान विभाग द्वारा बुजुर्ग यात्रियों की आरामदायक यात्रा के लिए सभी इंतजाम किए गए हैं। पूर्व में गई 7 ट्रेनों से आए यात्रियों से भी फीडबैक लेकर भी व्यवस्थाओं को बेहतर किया गया है। उन्होंने बताया कि 8वीं ट्रेन में अलवर, झुंझुनू, टोंक और दौसा जिले के यात्री भ्रमण करेंगे।

श्रीमती रावत ने बताया कि इस ट्रेन में 900 यात्री जयपुर से और लगभग 150 यात्री वनस्थली स्टेशन से सवार होंगे। उन्होंने बताया कि ट्रेन में ट्रेन प्रभारी, अनुरक्षक और डॉक्टर की टीम हर समय उपलब्ध रहेगी। उन्होंने कहा कि यात्रा में लॉटरी की मुख्य सूची में चयनित यात्रियों को ही आमंत्रित किया गया था। उनमें से अनुपस्थित रहने वाले यात्रियों के स्थान पर वेटिंग वाले यात्रियों को मौका दिया जाएगा।

श्रीमती रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की बजट घोषणाओं में से एक वरिष्ठ तीर्थजन यात्रा योजना-2022 के तहत प्रदेश के 20 हजार वरिष्ठ नागरिकों को देवस्थलों का भ्रमण करवाया जा रहा है, इनमें से 18 हजार यात्रियों को ट्रेन से और 2 हजार यात्रियों को हवाईजहाज से यात्रा करवाई जा रही है।

देवस्थान मंत्री ने कहा कि पिछली 7 ट्रेनों में लगभग 7 हजार वरिष्ठ नागरिक यात्रा कर चुके हैं। बात पिछले 9 वर्षों से संचालित योजना की करें तो अब तक 99 हजार से अधिक यात्रियों को राज्य सरकार निशुल्क यात्रा करवा चुकी है। उन्होंने कहा कि समाज के ऐसे लोग जो ट्रेन या हवाईजहाज से तीर्थस्थलों की यात्रा करने में सक्षम नहीं हैं, उनके लिए राज्य सरकार यह अनूठी योजना लाई है।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने बजट घोषणा में इस योजना के लिए 13 करोड़ से बजट बढ़ाकर 30 करोड़ और यात्रियों की संख्या को भी 10 हजार से बढ़ाकर 20 हजार किया गया है। तीर्थयात्रा में 14 धार्मिक स्थलों रामेश्वरम-मदुरई, जगन्नाथपुरी, तिरूपति, द्वारकापुरी-सोमनाथ, वैष्णोदेवी-अमृतसर, प्रयागराज-वाराणसी, मथुरा-वृंदावन, सम्मेदशिखर-पावापुरी, उज्जैन-ओंकारेश्वर, गंगासागर कोलकाता, कामाख्या गुवाहाटी, हरिद्वार-ऋषिकेश, बिहार शरीफ एवं वेलनकानी चर्च तमिलनाडु को शामिल किया गया है।