बेटियां देश का मान, इनका शिक्षित होना बहुत जरूरीः डाॅ. वर्मा

राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष में टाॅक शो आयोजित

विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष में आयोजित कार्यक्रमों की श्रृंखला में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तथा नेहरू युवा केन्द्र के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार को माडी बाई मिर्धा राजकीय महिला महाविद्यालय में टाॅक शो का आयोजन किया गया।
स्वास्थ्य एवं पोषण तथ पीसीपीएनडीटी विषयक टाॅक शो में मुख्य अतिथि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. महेश वर्मा ने कहा कि बेटियां देश का मान हैं, इसलिए उनका शिक्षित होना बहुत जरूरी है। शिक्षा के साथ-साथ बालिकाओं को अपने स्वास्थ्य पर भी ध्यान देना बहुत जरूरी है। डाॅ. वर्मा ने बालिका स्वास्थ्य को लेकर राज्य सरकार के निर्देषानुसार संचालित किए जा रहे एनीमिया मुक्त राजस्थान अभियान, उड़ान योजना, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत संचालित की जा रही राजश्री योजना आदि बालिका कल्याण से जुड़ी योजनाओं के बारे में जानकारी दी और इन पर छात्राओं से परिचर्चा भी की।


कार्यक्रम की विषिष्ट अतिथि नेहरू युवा केन्द्र की जिला युवा अधिकारी सुरमयी शर्मा ने छात्राओं को प्रेरणात्मक उद्बोधन देते हुए कहा कि वे लक्ष्य निर्धारित करते हुए पढ़ाई करें ताकि जीवन में सफलता हासिल कर सकें। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए माडी बाई मिर्धा राजकीय महिला महाविद्यालय की प्राचार्य माया जाखड़ ने कहा कि बालिकाओं को अपने हक के लिए मुखर होकर आगे आना होगा, स्वयं षिक्षित बनें और समाज में भी बालिका षिक्षा की अलख जगाएं। उन्होंने कहा कि हमारी बेटियों को षिक्षा के साथ अन्य क्षेत्रों में भी आगे आना होगा।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता जिला पीसीपीएनडीटी समन्वयक सत्येन्द्र पालीवाल ने कन्या भु्रण हत्या रोधी अधिनियम, पीसीपीएनडीटी एक्ट के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि समाज में जागृति आ रही है लेकिन अब भी कन्या भ्रुण हत्या जैसे घृणित अपराध के विरूद्ध अभियान जारी रखना जरूरी है। पालीवाल ने गर्भ में लिंग परीक्षण को कानूनी अपराध बताते हुए इससे जुड़े सजा के प्रावधानों व मुखबिर योजना के बारे में भी बताया। टाॅक शो के दौरान काॅलेज की छात्रसंघ उपाध्यक्ष लीला टाक सहित कई छात्राओं ने भाग लिया। इस कार्यक्रम में भारत स्काउट एवं गाइड की सचिव ईन्द्रा बिष्नोई, जिला आईईसी समन्वयक हेमन्त उज्जवल, सहायक आचार्य सपना मीना, छात्रा दिव्या सोनी, मुष्कान, शालिनी सिखववाल आदि ने भी विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम संयोजन सहायक आचार्य हिमानी पारीक ने किया।