विनय एक्सप्रेस समाचार, पाली। कृषि विज्ञान केन्द्र रायपुर (पाली द्वितीय) द्वारा राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के वित्तीय सहयोग से रायपुर क्षेत्र के आस पास के 20 किसानों एवं पशुपालको का समूह नवीनतम तकनीकों से रूबरू होने दो दिवसीय प्रशिक्षण एवं भ्रमण के लिए केंद्रीय भेड़ एवम ऊन अनुसंधान केंद्र अविकानगर टोंक के लिए रवाना हुआ।
किसानों के समूह को नाबार्ड के सहायक महाप्रबंधक श्री विनोद दधीच, श्री सुधाकर दूबे, लीड बैंक मैनेजर, पाली एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. महेन्द्र सिंह चांदावत ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस दौरान नाबार्ड के सहायक माहप्रबंधक ने कहा कि आने वाला समय में तकनीक के साथ बकरी और भेड़ पालन को व्यवसाय के रूप मे करना चाहिए। इसलिए इस मौके का समुचित उपयोग कर एवं अधिक से अधिक नवीनतम तकनीकों के बारे मे जानकारी अर्जित कर अपनी आमदनी में वृद्धि करे।
कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष ने बताया कि कृषि विज्ञान केन्द्र रायपुर इसी वर्ष मे पाली जिले दूसरे कृषि विज्ञान केन्द्र के रूप मे स्थापित हुआ है तथा इस केन्द्र ने किसानों की सेवा मे तत्पर रहते हुए कार्य शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि भ्रमण का उद्देश्य पशुपालकों को बकरी व भेड़पालन की वैज्ञानिक पद्धति से अवगत करना है ताकि पशुपालक सीख कर इसे अपना सके। लीड बैंक के अग्रणी जिला प्रबंधक श्री सुधाकर दुबे ने भ्रमण दल के सदस्यों को बैंक की तरफ से उन्नत पशुपालन प्रबंधन खास करके बकरी पालन एवं भेड़ पालन के क्षेत्र मे पाली जिले मे भरपूर संभावनाओं को देखते हुए वित्तीय सहायता हेतु आश्वासन दिया।
ज्ञात रहे कि नाबार्ड के वित्तीय सहयोग से कृषि विज्ञान केन्द्र ने पूर्व मे 22 कृषकों हेतु राष्ट्रीय बीजीय मसाला अनुसंधान केन्द्र तबीजी, अजमेर तथा काजरी, जोधपुर का तीन दिवसीय प्रवास का आयोजन किया जा चुका है।