शिक्षा मंत्री ने ली पीडब्ल्यूडी और जलदाय विभाग के अधिकारियों की बैठक

निर्माण कार्य गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय पर करने के दिए निर्देश, वृहद पेयजल योजना की जानी प्रगति

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। शिक्षा मंत्री डाॅ. बी. डी. कल्ला ने कहा कि सड़क और भवन निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का पूर्ण ध्यान रखा जाए। सभी कार्य समय पर पूर्ण हों, यह भी सुनिश्चित किया जाए। डाॅ. कल्ला ने बुधवार को सार्वजनिक निर्माण विभाग के सभागार में पीडब्ल्यूडी और जलदाय विभाग के अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में यह निर्देश दिए। उन्होंने शहर में चल रहे प्रमुख कार्यों की समीक्षा की और कहा कि मुख्यमंत्री बजट घोषणा, एमएलए लैड, एलएसजी तथा डीएमएफटी मद के कार्य प्राथमिकता से पूर्ण किए जाएं। क्रियान्वयन में किसी प्रकार की परेशानी हो तो जिला कलक्टर अथवा अन्य उच्च अधिकारियों को अवगत करवाएं। उन्होंने कहा कि निर्धारित से अधिक समय तक कोई कार्य लंबित नहीं रहे, इसका विशेष ध्यान रखा जाए।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि सड़क निर्माण से पूर्व पाइपलाइन डालने और यूटिलिटी शिफ्टिंग का कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता से किया जाए। पाइपलाइन नाॅम्र्स के अनुसार गहराई में नहीं हो और इस कारण यदि सड़क क्षतिग्रस्त होती है तो जिम्मेदार अधिकारी और फर्म के विरूद्ध कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र की सीवरेज, पाइपलाइन, विद्युत पोल और सड़क से जुड़े मामलों के समयबद्ध निस्तारण के लिए समन्वय समिति गठित की जाए। इसमें पीडब्ल्यूडी, जलदाय विभाग, नगर निगम, नगर विकास न्यास, आरयूआईडीपी और विद्युत निगम के अधिकारियों को शामिल किया जाए।
डाॅ. कल्ला ने कहा कि कोई भी समिति से अनुमति के बिना सड़क को क्षतिग्रस्त नहीं करे। ऐसा होता है तो नियमानुसार कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि पीडब्ल्यूडी के स्वामित्व की ऐसी जमीनें, जिनके पट्टे नहीं हैं, इनके पट्टे जारी करने की कार्यवाही जिला प्रशासन के सहयोग से की जाए। उन्होंने कहा कि पीबीएम अस्पताल के रखरखाव और मेंटिनेंस के लिए राशि स्वीकृत करवाई गई है। इस कार्य को शीघ्र प्रारम्भ करें। यहां की सीवरेज, शौचालय और छतों के मरम्मत का कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता से किया जाए। उन्होंने कहा कि विधायक निधि के स्वीकृत कार्यों में श्रम कार्य के लिए इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना के तहत श्रमिक नियोजित किए जाएं।
शिक्षा मंत्री ने डूडी पेट्रोल पम्प से करमीसर फांटे, सर्वोदय बस्ती, हैडपोस्ट ऑफिस से नत्थूसर गेट, मुरलीधर व्यास काॅलोनी, बंगला नगर, गंगाशहर और भीनासर सहित शहरी क्षेत्र की सड़कों से जुड़े कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने लक्ष्मीनाथ मंदिर में सौंदर्यकरण कार्य शीघ्र करवाने, एमएस काॅलेज, शार्दूल स्पोर्ट्स स्कूल भवन निर्माण की प्रगति जानी। सभी प्रमुख सड़कों पर नाॅम्र्स के अनुरूप डिवाइडर बनवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा नगर विकास न्यास और नगर निगम द्वारा करवाए जा रहे विकास कार्यों की सूची उपलब्ध करवाने के निर्देश भी दिए।
डाॅ. कल्ला ने कहा कि डाक बंगले के रखरखाव और सौंदर्यकरण के लिए प्रस्ताव तैयार करवाए जाएं। यह प्रस्ताव सरकार को भिजवाए जाएंगे। उन्होंने शहरी क्षेत्र में स्थाई हैलीपेड बनाने की संभावनाओं पर भी चर्चा की।
इन कार्यों की हुई समीक्षा
शिक्षा मंत्री ने बताया कि बीकानेर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में पीडब्ल्यूडी के माध्यम से अब तक 64 कार्य स्वीकृत किए गए हैं। इनमें से 7.20 करोड़ रुपये के 49 कार्य पूर्ण हो चुके हैं। वहीं 13 कार्य अंतिम चरण में हैं। इसी प्रकार डीएमएफटी के तहत शहरी क्षेत्र में 7.5 करोड़ रुपये की 36 सड़कें बनाई गई हैं। वर्ष 2021-22 में बीकानेर पश्चिम में 5 करोड़ रुपये की लागत से 22 सड़कें बनाई गई। इस वर्ष 10 करोड़ की सड़कें बनाई जा रही हैं। इसी प्रकार एलएसजी के तहत गत वित्तीय वर्ष में शहर में 12 करोड़ रुपये की लागत से 25 सड़कें बनी। इस बार बीकानेर शहर में 15 करोड़ रुपये की लागत से एलएलसी मद से सड़कों से जुड़े 99 कार्य करवाए जा रहे हैं।
नहरबंदी के मद्देनजर करें पुख्ता तैयारी
डाॅ. कल्ला ने जलदाय विभाग के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने 614 करोड़ रुपये की वृहद पेयजल योजना की प्रगति जानी। शहर में बन रही 15 टंकियों का कार्य अगस्त तक पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अंतिम छोर तक बैठे व्यक्ति को पर्याप्त पानी मिले, इसके मद्देनजर आवश्यकता के अनुसार पाइपलाइनें बदली जाएं। प्रस्तावित नहरबंदी के दौरान पेयजल उपलब्धता को लेकर परेशानी नहीं हो, इसके मद्देनजर योजनाबद्ध तरीके से कार्य करें। सभी जल भंडारण स्त्रोत भरवाए जाने सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा आमजन को जल संरक्षण के लिए जागरुक किया जाए।
बैठक में सार्वजनिक निर्माण विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता सुनील कालाणी, अधीक्षण अभियंता मुकेश गुप्ता, जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता दीपक बंसल, अधीक्षण अभियंता राजेश पुरोहित सहित अधिशाषी, सहायक और कनिष्ठ अभियंता मौजूद रहे।