विनय एक्सप्रेस समाचार, श्रीगंगानगर। ‘‘आप सभी का दायित्व है कि आमजन को बेहतर, गुणवत्तापूर्ण व निशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवाएं। लोगों की दुआएं लेने में जो सुकून मिलेगा, वो पैसो से नहीं मिल सकता। सुनिश्चित हो कि आमजन को सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर किसी तरह की कोई परेशानी न हो।’’ ये निर्देश बुधवार को जिला कलेक्टर सौरभ स्वामी ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की मासिक बैठक में दिए। साथ ही उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही मिली तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जिला कलेक्टर श्री स्वामी ने मुख्यमंत्री दवा योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि स्वास्थ्य केंद्रों पर दवाओं की कमी नहीं होनी चाहिए। सभी प्रभारी अधिकारी संबंधित सभी केंद्रों पर दवा की उपलब्धता सुनिश्चित करें, आवश्यकता होने पर खरीद करें। जांच योजना में कहा कि जांच के अभाव में मरीज को परेशानी न हो। सूरतगढ़ सीएचसी में जांच बढ़ाने के लिए सीएचसी इंचार्ज को पाबंद किया। चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना की समीक्षा के दौरान उन्होंने सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर आमजन को चिरंजीवी में अधिकाधिक लाभान्वित करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने कहा कि आईपीडी की शत-प्रतिशत बुकिंग हो ताकि राजस्व हासिल किया जा सके और उस राशि से केंद्र के आवश्यक संसाधन व उपकरण खरीदे जा सकें। श्रीकरणपुर, श्रीविजयनगर, रावला व अनूपगढ़ में बेहतर कार्य होने पर प्रभारी अधिकारियों की पीठ थपथपाई। स्वस्थ गंगानगर मिशन को लेकर उन्होंने सभी बीसीएमओ को पाबंद किया कि वे शिविरों का निरीक्षण करें और अधिकाधिक बच्चों को लाभान्वित करने पर जोर दें। साथ ही अन्य बीमारियों का उपचार कैसे हो, इसके लिए सघन प्लानिंग कर उन्हें उपचार दिलवाएं। स्वास्थ्य केंद्रों पर उपकरण खरीद करने के लिए उन्होंने केंद्र प्रभारियों को पाबंद करते हुए कहा कि आमजन के हित में यथाशीघ्र उपकरण खरीद कर उन्हें शुरू करें। इसके लिए डिप्टी सीएमएचओ डॉ. करण आर्य को नोडल अधिकारी बनाया गया, जो एक सप्ताह में सभी केंद्रों से डिमांड लेकर उपकरण खरीद करवाना सुनिश्चित करेंगे। टीबी कार्यक्रम के तहत निक्षण पोषण योजना में वंचित लोगों के अकाउंट नंबर लेकर उन्हें लाभान्वित करने के निर्देश दिए गए। आरसीएच कार्यक्रम में निजी अस्पतालों की ओर से रिपोर्टिंग नहीं होने पर उन्हें नोटिस जारी किए जाएंगे। घरेलू प्रसव पहले के मुकाबले कम हुए हैं, लेकिन उन्होंने कहा कि इसे बिल्कुल बंद करने का प्रयास करें। पुरुष नसबंदी बढ़ाने के लिए विशेष उपहार या प्रोत्साहन राशि देने के लिए प्लानिंग करने के लिए कहा गया। पीएचसी बाजूवाला में नवनिर्मित भवन की गुणवत्ता सही नहीं होने पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए संबंधित अधिकारियों को जांच के निर्देश देते हुए कहा कि ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई जाए। वहीं यदि जांच में कमी पाई जाए तो कार्य करवाने वाले संबंधित अधिकारी के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। इसी तरह पदमपुर खण्ड के स्वास्थ्य केंद्रों व जिला अस्पताल में हो रहे निर्माण कार्यों में शिकायत पर उन्होंने संबंधित निर्माण एजेंसी अधिकारी को फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाए ताकि लापरवाह अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके और ठेकेदार को ब्लेक लिस्ट किया जा सके। जिला कलेक्टर श्री स्वामी ने कहा कि किसी भी निर्माण कार्य में कमियां नहीं होनी चाहिए, इसके लिए संबंधित केंद्र के प्रभारी अधिकारी निरीक्षण कर गुणवत्ता की जांच करें।