विनय एक्सप्रेस समाचार, श्रीगंगानगर। नशामुक्त भारत अभियान के अंतर्गत जिला कलक्टर श्री सौरभ स्वामी एवं जिला पुलिस अधीक्षक श्री देशमुख परिस अनिल के निर्देशानुसार नशामुक्ति जनजागृति कार्यशाला श्रीगंगानगर में शुक्रवार को पुरानी आबादी स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय नंबर 7 में पुलिस थाना पुरानी आबादी की ओर से आयोजित हुई।
इस अवसर पर राजकीय नशामुक्ति परामर्श एवं उपचार केंद्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. रविकांत गोयल ने कहा कि बढ़ते नशे पर जनसहभागिता और सामूहिक प्रयासों से नियंत्रण पाया जा सकता है। हमे अपने पारिवारिक खुशी के मौकों पर पर नशे को सामाजिक स्वीकृति प्रदान करने से परहेज करना चाहिए। नौजवान पहली बार नशा ऑफर करने वाले को ना करना सीखे। शिक्षा विभाग के प्रतिनिधि समाजसेवी श्री मुनीश कुमार लड्ढा ने कहा कि आज नग्नता से भरपूर कार्यक्रम देखकर और नौजवानों को खुले आम नशा परोसते हुए ठहाके लगाने वाले लोगो को संभवत देश की संस्कृति के विनाश की ओर बढ़ते कदमों की आहट का अहसास नही है। देश हित चिंतकों को देश की ऐसी बन रही विषम परिस्थितियों पर संजीदगी से सोचना होगा और इसका कोई हल भी मिलजुल कर निकालना होगा।
पुरानी आबादी पुलिस थानाधिकारी श्री सुरजीत सिंह ने कहा कि मुझे यह जानकर बड़ी हैरानी हो रही है कि विद्यालय के अधिकांश बच्चो के अभिभावक नशे का सेवन करते है। मैंने सोचा था कि मिडिल स्कूल के बच्चे बहुत छोटे-छोटे है। ये नशामुक्ति कार्यशाला को क्या समझेंगे। परंतु अधिकांश बच्चे नशे के विविध पहलुओं से परिचित हैं। श्री सिंह ने शिक्षकों से आह्वान किया कि वे इन बच्चो की काउंसलिंग करे और फिर आवश्यक समझे तो मेरा और डॉक्टर साहब का सहयोग ले। शिक्षाविद् और सामाजिक कार्यकर्ता प्रोण् बनवारी लाल शर्मा ने कहा कि पुलिस प्रशासन कानून की कड़ाई से अवैध रूप से नशा बेचने वालो पर कार्यवाही करता है।
पार्षद श्री दलीप लावा ने कहा कि बढ़ते नशे और अपराध से समाज को मुक्त्ति दिलाने के लिए नशामुक्ति जनजागृति कार्यशालाओं का आयोजन एक प्रशंसनीय प्रयास है। कार्यक्रम में विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष श्री पयंबर रजा, प्रधानाध्यापक श्री बनवारी लाल टाक, श्री राकेश, श्री रामभरोसे, श्री जयप्रकाश, श्री अंग्रेज सिंह सहित अन्य मौजूद रहे। अंत में डॉ. रविकांत गोयल ने नशा छोड़ने के इच्छुक लोगों की स्वास्थ्य जांच कर उन्हें उचित परामर्श भी दिया।