विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर।निजी डॉक्टरों द्वारा राइट टू हेल्थ बिल का विरोध जारी है। निजी चिकित्सकों ने सरकार की सद्बुद्धि के लिए मेडिकल कॉलेज के आगे सद्बुद्धि यज्ञ किया गया। इस दौरान डाक्टरों ने राइट टू हेल्थ बिल की प्रतिया जलाकर अपना विरोध दर्ज करवाया। डॉक्टर विकास पारीक ने कहा कि जयपुर में आज महारैली के दौरान शांति पूर्वक प्रदर्शन कर रहे निहत्थे डॉक्टर्स पर लाठियां भांजी गई ।
सरकार का यह कृत्य सरकार की हठधर्मिता को दर्शाता है। चुनावी फायदे के लिए लाया गया ये बिल पूरी तरह से डॉक्टरों के साथ-साथ जन विरोधी है। उन्होंने कहा कि सरकार अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए इस बिल को लेकर आई है। ये बिल चुनावी बिल के रूप में लाया गया है।
इसमें अधिकांश बातें व्यवहारिक नहीं हैं. सोमवार को डॉक्टरों ने बीकानेर में पूरी तरह से काम बंद रखा. डॉक्टरों ने सरकार में बुद्धि लाने के लिए सद्बुद्धि यज्ञ किया और बिल की कापी जलाकर हमने अपना विरोध दर्ज करवाया है ।
डॉक्टरों ने ऐलान किया है कि वे चिकित्सा सेवाओं को पूरी तरह बंद कर देंगे। यदि सरकार जोर-जबरदस्ती की तो चिकित्सक समुदाय पर निपटेगा। उनका कहना है कि जब तक सरकार इस बिल को वापस नहीं लेती, उनका आंदोलन जारी रहेगा।
इस चिकित्सक विरोधी बिल के विरोध में राज्य के निजी चिकित्सकों ने राज्य भर में अनिश्चितक़ालीन मेडिकल बंद का आह्वान करते हुए सरकार तक अपनी बात और भावना पहुँचाने हेतु मुखर आंदोलन शुरू कर दिया है।
आज जयपुर में हुए प्रदर्शन में बीकानेर से 60 डॉक्टर्स शामिल हुए, साथ ही बीकानेर के मेडिकल कॉलेज से आरएमसीटीए व रेजीडेंट डॉक्टर्स का समर्थन पत्र भी चिकित्सक संघर्ष समिति को मिला है जिसमे यह आह्वान किया गया है की मेडिकल कॉलेज डॉक्टर्स अपनी सांय कालीन ओपीड़ी नहीं देखेंगे। सरकारी डॉक्टर्स संघ अरिस्दा भी समर्थन के रूप में काली पटी बांध कर कार्य करेंगे।