3 साल तक मिलेंगे 3-3 लाख रुपए इंसेंटिव : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की मिशन निदेशक रोली सिंह ने जारी किया सर्टिफिकेट
विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। बीकानेर शहर में रानी बाजार औद्योगिक क्षेत्र स्थित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नंबर 7 बीकानेर संभाग का पहला एनक्यूएएस सर्टिफाइड अस्पताल बन गया है यानी कि यूपीएचसी नंबर 7 को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन कार्यक्रम के तहत राष्ट्रीय स्तर पर सर्टिफाई कर दिया गया है।
इसे यूं भी कहा जा सकता है कि बीकानेर की यूपीएचसी नं 7 का स्तर राष्ट्रीय स्तर के चिकित्सा संस्थान के समान हो गया है । इसके लिए यूपीएचसी को 3 साल तक प्रतिवर्ष 3-3 लाख रुपए इंसेंटिव प्राप्त होगा जिसका उपयोग अस्पताल के उन्नयन में किया जा सकेगा।
जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने पूरे चिकित्सा विभाग को इसके लिए बधाई प्रेषित की है तथा जिले के अधिकाधिक चिकित्सा संस्थानों को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन सर्टिफिकेट दिलाने का आह्वान किया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मोहम्मद अबरार पंवार ने बताया कि अपर सचिव भारत सरकार एवं मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन आईएएस रोली सिंह द्वारा इस आशय का पत्र राज्य के स्वास्थ्य सचिव डॉ पृथ्वी को भेजकर बधाई प्रेषित की गई है।
उक्त पत्र द्वारा राजस्थान के 3 यूपीएचसी को उक्त सर्टिफिकेशन जारी किया गया है। बीकानेर के अलावा यूपीएचसी मचलामगरा उदयपुर व यूपीएचसी मधुबन जोधपुर को भी उक्त सर्टिफिकेट प्राप्त हुआ है।
गुणवत्ता आश्वासन कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी एवं डिप्टी सीएमएचओ परिवार कल्याण डॉ योगेंद्र तनेजा ने बताया कि यूपीएचसी नंबर 7 ने राष्ट्रीय मूल्यांकन टीम द्वारा मूल्यांकन में 84.9% अंक प्राप्त कर यह कीर्तिमान बनाया है जबकि इसके लिए मात्र 70% अंकों की आवश्यकता रहती है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन कार्यक्रम के अंतर्गत प्रत्येक पीएचसी को 6 चेक लिस्ट अनुसार मानदंडों से गुजरना होता है और कम से कम 70% अंक प्राप्त करने होते हैं। प्रत्येक पीएचसी का स्वयं के स्तर, जिला स्तर व राष्ट्रीय स्तर पर मूल्यांकन करवाया जाता है।
यूपीएससी नंबर 7 के चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डॉ एम ए दाऊदी ने बताया कि गुणवत्ता आश्वासन सर्टिफिकेट मिलने से अस्पताल के स्टाफ द्वारा की गई मेहनत का सुखद परिणाम मिला है इसके लिए उन्होंने सभी स्टेकहोल्डर्स को बधाई प्रेषित की है। उन्होंने बताया कि अस्पताल ने इंफ्रास्ट्रक्चर, हाइजीन, सेवा गुणवत्ता, संसाधनों की उपलब्धता, मरीजों के अधिकार, रिपोर्टिंग व डाटा संधारण जैसे महत्वपूर्ण मानदंडों पर बेहतरीन अंक प्राप्त किए हैं।