विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। ए.सी.बी. मुख्यालय के निर्देश पर चित्तौड़गढ़ इकाई द्वारा आज कार्यवाही करते हुये डॉ. रितेश जैन चिकित्साधिकारी, राजकीय चिकित्सालय, निम्बाहेडा, जिला चित्तौडगढ़ को परिवादी से 4 हजार 500 रुपये रिश्वत राशि लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त महानिदेशक श्री हेमन्त प्रियदर्शी (अतिरिक्त चार्ज महानिदेशक) ने बताया कि ए.सी.बी. की चित्तौड़गढ़ इकाई को परिवादी द्वारा शिकायत दी गई कि उसकी पत्नी के प्रसव हेतु चिकित्सालय में भर्ती होने पर ऑपरेशन करने की एवज में डॉ. रितेश जैन चिकित्साधिकारी, राजकीय चिकित्सालय, निम्बाहेड़ा, जिला चित्तौड़गढ़ द्वारा 5 हजार रुपये रिश्वत राशि मांग कर परेशान किया जा रहा है।
जिस पर एसीबी, उदयपुर के उपमहानिरीक्षक पुलिस श्री राजेन्द्र प्रसाद गोयल के सुपरवीजन में एसीबी चित्तौड़गढ़ इकाई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री कैलाश सांदू के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन किया जाकर आज पुलिस निरीक्षक श्री दया लाल चौहान एवं उनकी टीम द्वारा ट्रेप कार्यवाही करते हुये डॉ. रितेश जैन पुत्र श्री भंवर लाल निवासी हिरणमगरी उदयपुर हाल चिकित्साधिकारी, राजकीय चिकित्सालय, निम्बाहेड़ा, जिला चित्तौड़गढ़ को परिवादी से 4 हजार 500 रुपये रिश्वत राशि लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया हैं।
उल्लेखनीय है कि आरोपी चिकित्सक द्वारा शिकायत के सत्यापन के दौरान भी परिवादी से 1 हजार रुपये रिश्वत के रूप में वसूल कर लिये थे।
एसीबी के महानिरीक्षक पुलिस श्री सवाई सिंह गोदारा के निर्देशन में आरोपी से पूछताछ जारी है। एसीबी द्वारा मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जायेगा।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त महानिदेशक श्री हेमन्त प्रियदर्शी (अतिरिक्त चार्ज महानिदेशक) ने समस्त प्रदेशवासियों से अपील की है कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टोल-फ्री हैल्पलाईन नं. 1064 एवं व्हाट्सअप हैल्पलाईन नं. 94135-02834 पर 24X7 सम्पर्क कर भ्रष्टाचार के विरुद्ध अभियान में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें।
एसीबी आपके वैध कार्य को करवाने में पूरी मदद करेगी। विदित रहे कि एसीबी राजस्थान राज्य में राज्य कर्मियों के साथ-साथ केन्द्र सरकार के कार्मिकों के विरूद्ध भी कार्यवाही करने को अधिकृत है।