विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। कला एवं संस्कृति विभाग की ओर से जनाना बाग, जोधपुर में 25 से 27 मार्च तक आयोजित राजस्थान साहित्य उत्सव-2023 में राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी की ओर से सोमवार को राजस्थानी कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। साथ ही अकादमी प्रकाशनों की पुस्तक-प्रदर्शनी भी लगाई गई।
किया गया नवाचार- अकादमी सचिव शरद केवलिया ने बताया कि अकादमी अध्यक्ष शिवराज छंगाणी की अध्यक्षता में आयोजित इस कवि सम्मेलन में प्रदेश के 15 लब्धप्रतिष्ठ कवियों-कवयित्रियों ने भाग लिया। एक नवाचार के तहत प्रत्येक कवि ने मौलिक कविता के साथ ही दिवंगत राजस्थानी कवियों-कवयित्रियों की रचना का भी वाचन कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। कन्हैयालाल सेठिया सभागार में कवि शिवराज छंगाणी, डॉ. आईदानसिंह भाटी (जोधपुर), ताऊ शेखावाटी (सवाईमाधोपुर), मुकुट मणिराज (कोटा), कैलाश मंडेला (भीलवाड़ा), सत्यदेव संवितेंद्र (जोधपुर), बीकानेर से कमल रंगा, शंकर सिंह राजपुरोहित, डॉ. कृष्णा आचार्य, मनीषा आर्य सोनी, डॉ. शारदा कृष्ण (सीकर), अब्दुल समद राही (सोजत सिटी), प्रहलादसिंह झोरड़ा (नागौर), विमला महरिया (फतेहपुर), महेन्द्र सिंह सिसोदिया (जैसलमेर) ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम का संचालन कैलाश मंडेला ने व आभार अकादमी उपाध्यक्ष भरत ओला ने व्यक्त किया। जवाहर कला केन्द्र की अतिरिक्त महानिदेशक प्रियंका जोधावत सहित अन्य अतिथियों ने कवियों का शॉल व पुष्पगुच्छ से स्वागत किया।
पुस्तक-प्रदर्शनी- केवलिया ने बताया कि राजस्थान साहित्य उत्सव में विभिन्न अकादमियों व निजी प्रकाशकों ने अपनी पुस्तकों की प्रदर्शनी लगाई। इस दौरान बड़ी संख्या में साहित्य प्रेमियों ने अकादमी की मुखपत्रिका जागती जोत के अंकों-विशेषांकों सहित अकादमी द्वारा प्रकाशित पुस्तकों को खरीदा। अकादमी कार्मिकों केशव जोशी, कानसिंह, मनोज मोदी ने सुचारू व्यवस्थाओं हेतु सहयोग प्रदान किया।