विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। उपखंड स्तरीय जनसुनवाई 13 अप्रैल को तथा जिला स्तरीय जनसुनवाई 20 अप्रैल को आयोजित की जाएगी।
जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा त्रि-स्तरीय जनसुनवाई की व्यवस्था की गई है। इसके अनुसार प्रत्येक माह के पहले गुरुवार को ग्राम पंचायत, दूसरे गुरुवार को उपखंड तथा तीसरे गुरुवार को जिला स्तरीय जनसुनवाई आयोजित की जाती है। इस दौरान सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित रहकर आमजन की समस्याओं की सुनवाई करते हुए नियमानुसार इनके समाधान करते हैं। उन्होंने बताया कि इसी श्रंखला में 13 अप्रैल को जिले के समस्त उपखंड क्षेत्रों में तथा 20 अप्रैल को जिला मुख्यालय पर जिला स्तरीय अधिकारियों की मौजूदगी में जनसुनवाई की जाएगी।
आमजन के लिए ला रही राहत का संदेश
सहायक निदेशक (लोक सेवाएं) सवीना विश्नोई ने बताया कि विभिन्न स्थान पर होने वाली जनसुनवाई आमजन के लिए लाभदायक सिद्ध हो रही है। उन्होंने बताया कि बज्जू खालसा में 6 अप्रैल को आयोजित ग्राम पंचायत स्तरीय जनसुनवाई सुजानाराम पुत्र भीखाराम के लिए राहत लाई। सुजानाराम ने लंबे समय से आबादी क्षेत्र में स्थित अपने भूखंड के स्वामित्व के संबंध में आवासीय पट्टे के लिए पत्र दिया। उसे जनसुनवाई के दौरान ही आवासीय भूखंड का पट्टा मिल गया। अब सुजाना राम बैंक से ऋण लेकर अपनी पारिवारिक और कृषि संबंधी आवश्यकताओं को पूरा कर सकेगा।
इसी प्रकार रीडी में 6 अप्रैल को आयोजित ग्राम पंचायत स्तरीय जनसुनवाई में भंवरलाल पुत्र मोहनलाल सुथार ने बताया कि पिछले चार-पांच वर्षों से वह अपने आवासीय पट्टा बनवाने का प्रयास कर रहा था, लेकिन परिवार जनों के साथ चल रहे भूमि विवाद के कारण यह काम नहीं हो रहा था, लेकिन गत 6 अप्रैल को आयोजित जन सुनवाई के दौरान प्रशासन द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए उसके परिवारजनों और पड़ोसियों को जनसुनवाई स्थल पर ही बुलाया तथा आपसी समझाइश की। इसके बाद ग्राम पंचायत के कार्मिक और वार्ड पंच कमेटी परिवादी के भूखंड पर पहुंचकर मौके पर ही भूखंड का माप किया और परिवादी को ग्राम पंचायत का आवासीय पट्टा जारी कर दिया। इस प्रकार वर्षों से चले आ रहे विवाद का निपटारा जन सुनवाई के दौरान पाकर भंवरलाल की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
इसी प्रकार कोलासर में आयोजित ग्राम पंचायत स्तरीय जन सुनवाई के दौरान लक्ष्मीनारायण ने बताया कि उसकी धर्मपत्नी परमेश्वरी देवी का 16 मार्च को निधन हो गया। उसने बताया कि उसे अपनी पत्नी के मृत्यु प्रमाण पत्र की आवश्यकता थी लेकिन लक्ष्मीनारायण को उसकी प्रक्रिया की जानकारी नहीं थी उसने जन सुनवाई के दौरान इसके लिए आवेदन किया और ग्राम विकास अधिकारी द्वारा जन सुनवाई के दौरान हैं यह प्रमाण पत्र जारी करते हुए कर दिया।
वही जैतपुर में आयोजित जनसुनवाई के दौरान मुस्ताक पुत्र सुलेमान दमामी की पेंशन के भौतिक सत्यापन के लिए आवेदन प्राप्त हुआ। लाभार्थी मूक, बधिर और मानसिक रूप से कमजोर होने के कारण उसका भौतिक सत्यापन नहीं हो रहा था। इसलिए कार्मिकों ने उसके घर पहुंच कर भौतिक सत्यापन किया। इसके बाद उसके परिजनों के चेहरे पर खुशी की झलक देखने को मिली।