विनय एक्सप्रेस समाचार, श्रीगंगानगर। जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की बैठक सोमवार को जिला कलक्ट्रेट सभागार में जिला कलक्टर श्री सौरभ स्वामी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। इसमें जल जीवन मिशन के तहत चल रहे कार्यों पर विस्तृत चर्चा हुई। जिला कलक्टर ने जल जीवन मिशन के तहत चल रहे कार्यों में गुणवत्ता सुनिश्चित करने एवं कार्यों को समय समय में पूरा करने के निर्देश दिए।
बैठक की शुरूआत करते हुए जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता श्री मोहनलाल अरोड़ा ने जल जीवन मिशन के तहत चल रहे कार्यों की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत जिले में 706 जल योजनाओं के लिए 10 करोड़ 73 लाख रूपए के कार्य स्वीकृत हुए हैं। इनसे जिले के 2556 गांव लाभान्वित होंगे। इन स्वीकृत कार्यों में से 699 योजनाओं की तकनीकी स्वीकृतियां जारी हो चुकी है और इनकी निविदाएं भी आमंत्रित की जा चुकी हैं। वर्तमान में 508 योजनाओं पर कार्य प्रगति पर हैं तथा 110 योजनाओं के कार्य पूर्ण हो चुके हैं। जहां कार्य शेष हैं, वहां कार्य शीघ्र पूर्ण करवाए जाएंगे।
जिला कलक्टर श्री सौरभ स्वामी ने कहा कि सभी अभियंतागण यह सुनिश्चित कर लें कि कार्य गुणवत्तापूर्ण हों तथा तय समय में पूरे हों। जल योजनाओं पर निर्माण कार्य के बारे में शिकायत आ रही है, तो तुरंत कार्यवाही करें। कनिष्ठ अभियंता से लेकर अधीक्षण अभियंता तक सभी समय. समय पर कार्यों की जांच करें। इसके अलावा जहां कार्य धीमी गति से चल रहे हैं या कार्य रुके हुए हैं, उन्हें तुरंत प्रभाव से पूरा करवाएं। उन्होंने नहर बंदी के दौरान जल भंडारण की व्यवस्था के बारे में भी अधिशासी अभियंताओं से जानकारी ली। सूरतगढ़ एवं श्रीबिजयनगर क्षेत्र में सूरतगढ़ अधिशासी अभियंता श्री धर्मपाल चाहर से जानकारी ली। इस पर अधिशासी अभियंता ने बताया कि इंदिरा गांधी नहर परियोजना में जल भंडारण के लिए बंधा बांध दिया गया है। इसकी निगरानी के लिए पुलिस का सहयोग भी लिया गया है। अधीक्षण अभियंता श्रीमोहनलाल अरोड़ा ने कहा कि नहर बंदी के दौरान सभी को जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की ओर से आपूर्ति होने वाला शुद्ध जल मिले, इसके लिए विभाग तत्पर हैं। भंडारण की पर्याप्त व समुचित व्यवस्था के लिए सभी अभियंताओं को समय-समय पर निर्देश जारी किए गए हैं।
क्रियान्वयन सहयोग एजेन्सी निडस सत्या की ओर से चल रहे जागरुकता कार्यक्रमों पर जिला कलक्टर ने असंतोष जताया एवं नाराजगी जाहिर करते हुए क्रियान्वयन सहयोग एजेन्सी के कार्यों की जांच के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने कहा कि क्रियान्वयन सहयोग एजेन्सी के प्रतिनिधि गांवों में होने वाली रैली में स्कूली बच्चों को शामिल ना करें। रैली में आमजन को शामिल करें एवं यह सुनिश्चित कर लें कि इस रैली से वास्तव में जागरुकता फैल रही है।
बैठक में अधिशासी अभियंता एवं तकनीकी सहायक प्रथम पुरुषोत्तम लाल, अधिशासी अभियंता सतीश कुमार अरोड़ा, धर्मपाल चाहर, जितेन्द्र झांब, जिला आईईसी कंसलटेंट श्रवण पारीक, एसीएमएचओ डॉ. मुकेश मेहता, संयुक्त निदेशक कृषि डॉ. जीआर मटोरिया, उप निदेशक उद्यान प्रीति गर्ग, अधिशासी अभियंता डिस्कॉम सीताराम जांगिड़ सहित विभिन्न विभागों के अधिकारीगण एवं डीडबल्यूएसएम सदस्यगण मौजूद थे। (फोटो सहित)