बीठू वंश और सींथल गांव के गौरव थे स्व. बीठू –भंवर पृथ्वीराज रतनू
विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। आज नरेंद्र सिंह ऑडिटोरियम में स्वर्गीय डॉ. आनन्द सिंह बीठू री स्मृति में श्रद्धांजली सभा आयोजित की गई। पं. ओम नारायण श्रीमाली व पं. यज्ञ प्रसाद श्रीमाली द्वारा वैदिक प्रार्थना की गई। मंचस्थ सर्वश्री भंवर पृथ्वीराज रतनू अध्यक्ष, सवाई सिंह बीठू, नरेंद्र सिंह बीका, जानकी नारायण श्रीमाली, राम सिंह भाटी ने बीठू जी के चित्र पर पुष्प अर्पित किए। संयोजक डॉ. राजेंद्र जोशी ने बीठू जी के साथ अपनी भावपूर्ण यात्राओं को साझा किया।
भारतीय इतिहास संकलन समिति और राती घाटी समिति की ओर से बोलते हुए शिक्षाविद जानकी नारायण श्रीमाली ने कहा कि राजस्थान के इतिहास की शोध और राती घाटी युद्ध को प्रकाशित करने में उनका महनीय योगदान था। स्व. बीठू ने छप्पन हजार किलोमीटर की भारत यात्रा कर बी. एड. की फर्जी डिग्रियों के गोरख धंधे का पर्दाफाश किया जिससे राजस्थान के युवाओं को शिक्षक बनने के अवसर मिले। स्व. डॉ. बीठू का जीवन शिक्षा और इतिहास को समर्पित था। अतः हम उनकी स्मृति में प्रतिवर्ष शिक्षा पर व्याख्यानमाला और इतिहास पर पुरस्कार के आयोजन करेंगे।
सभा को स्व. बीठू जी के साथी डॉ. राम गोपाल शर्मा, डॉ. अशोक शर्मा, शिष्या शैलजा बेनीवाल, जगदीश ज्याणी तथा जगदीश रतनू, किसन सदारंगाणी, डॉ. डी. सी. जैन, ओम सोनगरा, डॉ. राजशेखर ने संबोधित करते हुए शिक्षा क्षेत्र में उनके योगदान पर प्रकाश डाला।
प्रोफेसर बी. एन. श्रृंगी ने कहा स्व. बीठू इतिहास के प्रखर वक्ता थे। डॉ. शक्ति प्रसन्न बीठू और कवि सुरेश सोनी ने डिंगल काव्य के साथ श्रद्धांजली दी। रामलाल जी सहायक कमिश्नर ने उनके सदाचारी जीवन पर प्रकाश डाला।
अध्यक्षीय आसान से बोलते हुए भंवर पृथ्वीराज रतनू ने कहा बीठू वंश और सींथल ग्राम की गौरवशाली परंपरा के वे एक ज्योतित नक्षत्र थे। हमें उनके आदर्शों पर चलना चाहिए। समागमों के प्रति श्री नरेंद्र सिंह बीका ने आभार प्रकट किया।
सभा में सर्वश्री नंदकिशोर सोलंकी, विकास हर्ष, हेमंत उज्जवल, उम्मेद सिंह बीठू, छत्रसेन सुथार, डॉ. पवन दाधीच, डॉ. महेंद्र चाड़ा, डॉ. विजय शंकर आचार्य, अब्दुल शकूर बीकाणवी, मो. सदीक, आनन्द साध, डॉ. नरपत सिंह बीठू, गिरधारी लाल हांसल, भंवर सिंह बीका, तेजमाल मंडलावत, जगदीश राज गाडण, डॉ. रामलाल परिहार, भीम सिंह राजपुरोहित सहित गणमान्य स्त्री–पुरुष शिक्षाविद विराजमान थे।
सभी ने स्व. डॉ. बीठू जी के चित्र पर पुष्पांजली अर्पित की।