विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। राजस्थान सरकार द्वारा इआरसीपी कैनाल प्रोजेक्ट का खर्च पूरा करने के लिए जल संसाधन विभाग के अधीन आने वाली भूमि को बेचने का निर्णय लिया है इसके सम्बन्ध में संघर्ष समिति के संयोजक भँवर पुरोहित के नेतृत्व में इगानप मंत्री श्री महेंद्र जीत सिंह मालवीय से सर्किट हाऊस में मिला.
संयोजक भँवर पुरोहित ने अवगत करवाया की राज्य सरकार द्वारा ईआरसीपी (राज.पूर्वी कैनाल) प्रोजेक्ट के कार्य को पूरा करने के लिए जल संसाधन विभाग के अधिन इंदिरा गांधी विभाग,सिंचित क्षेत्र विकास विभाग की अनुपयोगी जमीन (नहर कलोनी) सहित नगर विकास न्यास के माध्यम से जो बेचने का निर्णय लिया है इसके सम्बन्ध में पुरोहित ने मंत्री मालवीय को अवगत करवाया की वर्ष 2008 में संघर्ष समिति के बैनर तले नहर कर्मियों ने ये भूमि नहर कर्मियों को रिजर्व प्राइज पर मील इसके लिए एक लम्बा संघर्ष किया ततपश्चात पूर्ववर्ती प्रमुख शासन सचिव इगानप, अध्यक्ष नहर बोर्ड,मुख्य अभियंता इगानप ने नहर कर्मियों के पक्ष मे ये भूमि रिजर्व प्राइज पर मिले इस बात की अनुशंसा की थी.
पुरोहित ने मंत्री महोदय से अनुरोध किया की एशिया की सबसे बड़ी मानव निर्मित नहर को बनाने में इगानप के मजदूर कर्मचारियों अभियंता गणो ने विकट परिस्थितियों में इसका निर्माण करवाया है अतः ये जमीन आरक्षित दर पर देने की कृपा करवाएं मंत्री मालवीय ने शिष्ठ मंडल को ये आशस्वत किया है पुरानी अनुशंषाओ पर पुनः अध्ययन कर कर्मचारियों के हित में करने का सकारात्मक प्रयास करूंगा.
शिष्ठ मंडल में कमल अनुरागी,सुनील सिंह,हेमन्त सोनी,ईश्वर सिंह,पवन चौधरी, रमेश पुरोहित, मोहम्मद सलीम,सरिता पुरोहित, सुनील कनोजिया आदि कर्मचारी साथी उपस्थित थे.