सोमवार को जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों ने बस में यात्रा कर लिया जायजा, दोपहर से शाम तक कई घण्टे भ्रमण कर हर बिन्दु पर पहुंचकर ली जानकारी
यात्रा के रुट और विश्राम स्थलों की व्यवस्थाओं की मौके पर जाकर समीक्षा की
विनय एक्सप्रेस समाचार, जोधपुर। आगामी 28 जुलाई से शुरू हो रही सात दिवसीय परम्परागत भोगीशैल परिक्रमा को यात्रियों के लिए बेहतर और सुगम बनाने के लिए स्थानीय प्रशासन व्यापक प्रयासों में जुटा हुआ है। अपनी तरह की इस विशाल परिक्रमा यात्रा को लेकर राज्य मेला प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री रमेश बोराणा, राजस्थान पशुधन विकास आयोग के अध्यक्ष श्री राजेन्द्रसिंह सोलंकी, महापौर श्रीमती कुन्ती देवड़ा परिहार तथा जिला कलक्टर श्री हिमांशु गुप्ता ने संबंधित अधिकारियों एवं परिक्रमा से संबंधित प्रतिनिधियों को साथ लेकर एक साथ बस में दौरा किया। इस दौरान नगर निगम आयुक्त श्री अतुल प्रकाश, श्री उत्सव कौशल, आईएएस (प्रशिक्षु) डॉ. अंशुप्रिया, अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर (प्रथम) डॉ. भास्कर बिश्नोई व परिक्रमा से संबंधित विभागीय अधिकारी साथ थे।
कब होती है यह परिक्रमा
अधिक मास में होती है यह परिक्रमा
भारतीय कलैण्डर के अनुसार प्रति वर्ष पुरुषोत्तम मास (अधिक मास) के उपलक्ष में भोगिशैल परिक्रमा का आयोजन किया जाता है। इसी क्रम में जोधपुर में शुरू हो रहा है सात दिवसीय आस्था का अनुष्ठान। इस बार भोगीशैल परिक्रमा 28 जुलाई से 03 अगस्त तक आयोजित की जाएगी। पूरे एक सप्ताह तक आयोजित आस्था की इस यात्रा में जोधपुर शहर सहित मारवाड़ अंचल से लगभग एक लाख श्रद्धालु भाग लेंगे।
हिन्दू सेवा मंडल के बैनर तले होगी परिक्रमा
हिन्दू सेवा मंडल के बैनर तले आयोजित इस परिक्रमा के दौरान श्रद्धालु जोधपुर शहर के चारों तरफ भोगिशैल पहाड़ियों की 105 किमी की पद यात्रा करते हुए प्राचीन धार्मिक स्थलों में सत्संग तथा प्राचीन जलकुण्डों में स्नान कर आध्यात्मिक पुण्य लाभ अर्जित करते है।
हिन्दू सेवा मण्डल जोधपुर के सचिव श्री विष्णुचन्द्र प्रजापत ने बताया कि भोगीशैल परिक्रमा की शुरुआत 28 जुलाई को दोपहर 3 बजे हिन्दू सेवा मण्डल कार्यालय घण्टाघर में ध्वज पूजन के साथ होगी ।
ये रहेंगे यात्रा के विभिन्न पड़ाव
यात्रा का पहला पड़ाव तीजा माँ जी मंदिर, पासमण्डी से सोजती गेट पुलिस लाईन होते हुए रातानाडा भाटी चौराहा, विनायकिया जी के दर्शन पर होगा। इसी क्रम में यात्रा का दूसरा पड़ाव 29 जुलाई को परिक्रमा ध्वज प्रातः 4 बजे प्रस्थान, रिक्तिया भेरूजी, 12वी रोड, राजेन्द्र मार्ग, मसूरिया बाबा रामदेव मन्दिर, पाल लिंक रोड, जूना खेड़ापति बालाजी, सैन बगेची होते हुए चौपासनी पहंचने पर रात्रि विश्राम होगा, यात्रा का तीसरा पड़ाव 30 जुलाई को परिक्रमा ध्वज प्रातः 4.30 बजे प्रस्थान, हथकरघा भवन, दंताल माता, श्रीजी बैठक, कच्छवाहा चौराहा से पहाड़ी मार्ग द्वारा अरना, झरना, भदरेसिया, कदमण्डी होते हुए बड़ली पर रात्रि विश्राम होगा, यात्रा का चतुर्थ पड़ाव 31 जुलाई को परिक्रमा ध्वज 4.30 बजे प्रस्थान, सोढों की ढाणी, रूपावतों का बेरा, कुंई बावड़ी, भूरी-बेरी, बृहस्पति कुण्ड होते हुए बैधनाथ महादेव पर रात्रि विश्राम होगा, यात्रा का पांचवा पड़ाव 01 अगस्त को परिक्रमा ध्वज प्रातः 5 बजे प्रस्थान, मण्डलनाथ महादेव, कुण्डली माता, बीएसएफ, जोगी तीर्थ, दईजर माता से पहाड़ी मार्ग होते हुए बेरी गंगा पर रात्रि विश्राम होगा, यात्रा का छठा पड़ाव 02 अगस्त को परिक्रमा ध्वज प्रातः 5 बजे प्रस्थान, निम्बली-निम्बा तीर्थ, रेलवे स्टेशन बालाजी मन्दिर होते हुए दिन में मण्डोर उद्यान मे विश्राम कर सायं 5 बजे प्रस्थान कर भुवनेश्वरी माता मंदिर होते हुए रात्रि विश्राम कृषि मण्डी पर होगा, यात्रा के अन्तिम दिन 03 अगस्त को परिक्रमा ध्वज प्रातः 5 बजे प्रस्थान, संतोषी माता, कागा तीर्थ शीतला माता, शेखावत बालाजी, उम्मेद भवन, रातानाडा गणेश मन्दिर, पुलिस लाईन, सोजती गेट, कन्दोई बाजार, कपड़ा बाजार, सर्राफा बाजार, जूनी मण्डी, गंगश्यामजी मन्दिर दर्शन, परिक्रमा हिन्दू सेवा मण्डल कार्यालय घण्टाघर पहुँच कर सम्पन्न होगी।
स्वयंसेवी संस्थाएं व प्रशासन भी देगा सहयोग
हिन्दू सेवा मण्डल के संयोजक श्री कैलाश जाजू व कोषाध्यक्ष श्री राकेश गौड़ ने बताया कि परिक्रमा पड़ाव स्थलों पर जोधपुर की 50 से अधिक स्वयंसेवी संस्था व धार्मिक सामाजिक संगठनों के साथ जिला प्रशासन के सभी विभागों ने भी पूरे सहयोग की घोषणा की है। मुख्यमेला व्यवस्थापक श्री मदन सैन ने बताया कि परिक्रमा के दौरान व्यवस्थाओं को सुचारू बनाए रखने के लिए 30 समितियां गठित की गई है।
इस दौरान् भोगीशैल परिक्रमा के उद्गम से लेकर तमाम पड़ाव स्थलों और हरेक गतिविधि से संबंधित स्थलों व मार्गों का अवलोकन किया और सभी प्रबन्धों को सुनिश्चित करने के लिए संबंधित विभागों एवं अधिकारियों को निर्देशित किया। दोपहर से लेकर शाम तक कई घण्टों का सफर तय करते हुए परिक्रमा में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं के लिए आवागमन, यातायात, विश्राम एवं पड़ाव स्थलों तथा मन्दिरों एवं धार्मिक स्थलों पर सभी प्रकार की सुविधाओं एवं सेवाओं का माकूल प्रबन्ध करने के निर्देश देने के साथ ही कहा गया कि परिक्रमा में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं और सेवाओं का पूरा-पूरा ध्यान रखा जाए ताकि किसी भी प्रकार की कोई समस्या न रहे।
आशातीत सफलता के लिए व्यापक प्रबंधों के दिए निर्देश
राज्य मेला प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री रमेश बोराणा ने परिक्रमा के सम्पूर्ण रुट एवं विश्राम स्थलों का अवलोकन कर समबन्धितों को निर्देश दिए कि यात्रियों के लिए इस सात दिवसीय यात्रा के दौरान साफ़-सफाई, सुरक्षा, विश्राम स्थलों पर समुचित सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएँ। उन्होंने कहा कि हर तीन वर्षों के बाद होने वाली यह परिक्रमा मारवाड़ के लिए गौरव का विषय है। इसे देखते हुए इसके प्रबंधों में मारवाड़ की अपणायत दिखनी चाहिए।
सभी ऐहतियाती उपाय सुनिश्चित करें
राज्य पशुधन विकास बोर्ड के अध्यक्ष श्री राजेंद्र सिंह सोलंकी ने अवलोकन कर वर्षा ऋतु के मद्देनज़र प्रशासन द्वारा व्यापक प्रबंध करने की आवश्यकता जताई। उन्होंने कहा की इसके प्रबंध इस प्रकार किये जाएं कि यात्री यहाँ से अच्छे अनुभव लेकर लौटें।
साफ-सफाई पर ध्यान दें
नगर निगम (उत्तर) की महापौर श्रीमती कुन्ती देवड़ा ने परिक्रमा के सम्पूर्ण रुट का अवलोकन कर सम्बंधित अधिकारियों को यात्रा के रुट पर उपयुक्त साफ-सफाई व सड़क मार्गों को व्यवस्थित एवं सुगम करने आदि की व्यवस्था के निर्देश दिए।
सभी तैयारियों के प्रति रहें गंभीर
जिला कलक्टर श्री हिमांशु गुप्ता ने निरीक्षण यात्रा के दौरान् सामने आए बिन्दुओं पर सभी संबंधित अधिकारियों को समय रहते सार्थक प्रयास करने के निर्देश दिए और कहा कि सभी सौंपी गई व्यवस्थाएं समय पर अच्छी तरह पूरी करने के प्रति सभी गंभीर रहें ताकि परिक्रमा का यह आयोजन अच्छी तरह सम्पन्न हो सके।