विनय एक्सप्रेस समाचार, फलोदी। समाज के सर्वांगीण विकास में शिक्षा का अत्यंत महत्व है राजकीय विद्यालयों में अध्यनरत प्रतिभावान छात्राओं द्वारा कड़ी मेहनत कर मेरिट में आकर राजस्थान प्रदेश का नाम रोशन किया जा रहा है। कई बार ऐसा जानकारी में आता है कि विपरित परिस्थितियों व अन्य कारणों से कई प्रतिभावान छात्राओं को योग्यता होने के बावजूद भी उचित मौके नहीं मिल पाते। साथ ही कई कारणों से ये देखा गया है कि उनके परिवारजनों द्वारा उनका नाम भी स्कूल से कटवा दिया जाता है। विपरीत परिस्थितियों में किसी भी प्रतिभावान छात्रा की शैक्षणिक व्यवस्था में व्यवधान उत्पन्न होना निश्चित रूप से खेद का विषय होता है।
इसी क्रम में एक अनूठे प्रयास द्वारा जिला प्रशासन फलोदी की ओर से जिले के समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों,कर्मचारियों,कर्मचारी संगठनों, जनप्रतिनिधियों और समाजसेवियों अपील की है कि 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस के पावन अवसर पर अपने-अपने नियुक्ति क्षेत्रों में अध्ययनरत ऐसी प्रतिभावान छात्राएं जो कि सामाजिक व आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग से ताल्लुक रखती हैं और वह किन्हीं कारणों से यदि किसी छात्रा को कोई समस्या आ रही हो तो ऐसी छात्राओं की जानकारी संबंधित स्कूल के संस्था प्रधान से प्राप्त करते हुए छात्राओं के प्रति अपने नैतिक कर्त्तव्यों के अनुसार यदि संभव हो सके तो स्वैच्छिक प्रतिवर्ष एक छात्रा को गोद लेकर उसकी शिक्षा-दीक्षा की जिम्मेदारी लें और छात्रा के अध्ययनरत रहने की समस्त जिम्मेदारी निभायें। साथ उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया जाये ताकि शिक्षा के क्षेत्र में छात्राओं की उड़ान ऊंची से ऊंची हो सके। इससे न केवल बालिकाओं को सम्बल मिलेगा बल्कि एक सशक्त समाज और बालिकाओं के उज्जवल भविष्य की स्थापना में उनकी भागीदारी भी सुनिश्चित हो सकेगी।