विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। विकसित राजस्थान विजन डॉक्यूमेंट -2030 का प्रारूप तैयार करने के लिए सहकारिता विभाग के हितधारकों से सुझाव लिए जाने के संबंध में खण्डीय एवं जिला स्तर पर गुरुवार को बैठक आयोजित की गई।
बैठक में सहकारिता से जुड़े 50 से अधिक हितधारकों ने भाग लिया। बैठक में हितधारकों की ओर से ब्लॉक स्तर पर सहायक रजिस्ट्रार कार्यालय, पीडीएस का कार्य सहकारी समितियों को देने, खाद के लिए रिवॉल्विंग फण्ड में यूरिया को भी जोड़ने तथा यूरिया की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के सुझाव दिए गए। इसके अतिरिक्त आरजीएचएस में शहरी क्षेत्रों में भण्डार मेडिकल को प्राथमिकता देने, मनरेगा के स्थाई कार्यों में ग्राम पंचायत के साथ ग्राम सेवा सहकारी समितियों को जोड़ने, सभी समितियों में कस्टम हायरिंग सेंटर खालने, ऋण वितरण की राशि बढ़ाने तथा ऋण के लक्ष्यों की पूर्ति हेतु ब्याज के साथ ऋण राशि हेतु भी बजट का प्रावधान करने इत्यादि से संबंधित सुझाव दिए गए।बैठक में सहकारिता विभाग के अतिरिक्त रजिस्ट्रार भूपेन्द्र सिंह, क्षेत्रीय अंकेक्षण अधिकारी राजेश टाक, नोडल अधिकारी ज्योति गुप्ता संयुक्त रजिस्ट्रार पीएलडीबी बीकानेर अध्यक्ष रामनिवास गोदारा, बीकानेर भण्डार अध्यक्ष नगेन्द्र सिंह, नोखा केवीएसएस से जेठाराम गोदारा व जयपाल गोदारा, बज्जू केवीएसएस अध्यक्ष खींव सिंह भाटी, हनुमानगढ़ से नेतादास, रजीराम चूरू से रणवीर सिंह, पेमाराम, प्रभुराम, श्रीगंगानगर से चन्द्रभान गोदारा, लखविन्द्र सिंह, जगदीश सहित चारों जिलों के विभागीय अधिकारीगण एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।