विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। विकसित राजस्थान विजन डॉक्यूमेन्ट – 2030 का प्रारूप तैयार करने के लिए उत्तरी राजस्थान सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ लि० (उरमूल) के हितधारकों से सुझाव लिए जाने के संबंध में मंगलवार को डेयरी संयंत्र में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में उरमूल संघ से जुड़े 90 से अधिक हितधारकों ने भाग लिया। उरमूल डेयरी के प्रबंध संचालक बाबूलाल बिश्नोई द्वारा प्रदेश में दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों की डेयरी विकास में भूमिका व उल्लेखनीय उपलब्धियों से हितधारकों को अवगत करवाया गया। इसमें से प्रमुख उपलब्धियाँ टोन्ड मिल्क की 200 एमएल पैकिंग का प्रमोशन व डेयरी संयंत्र परिसर में प्रस्तावित नवीन सरस पार्लर खोला जाना है।
वर्ष 2030 तक राजस्थान को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने के लिए राजस्थान मिशन-2030 के तहत किसानों व दुग्ध उत्पादकों के जनकल्याण हेतु अपेक्षित सुझाव एवं विचार मांगे गये। हितधारकों की ओर से बैठक में मुख्यमंत्री सम्बल योजना की राशि 5 रुपए प्रति लीटर से बढ़ाकर 7 रुपए प्रति लीटर किये जाने, दुग्ध संकलन के आधार पर प्रोत्साहन राशि तय करने, समिति पंजीकरण की प्रक्रिया को त्वरित किए जाने समितियों को कम्प्यूटराईज्ड करने, समितियों के दूरी के आधार पर बीएमसी स्थापित किए जाने, महिला दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति को प्रोत्साहन करने के लिए अनुदान स्वीकृत किये जाने से संबंधित सुझाव प्रस्तुत किए गए।
इस अवसर पर उरमूल के कार्यक्षेत्र बज्जू, छत्तरगढ़, खाजूवाला, लूणकरणसर, श्रीडूंगरगढ़ अवशीतलन केन्द्रों में आने वाली समस्त दुग्ध समितियों के सदस्यों की भागीदारी रही।
उरमूल के प्रबंध संचालक ने बताया कि जिला दुग्ध संघ एवं सहकारिता क्षेत्र को मजबूती प्रदान कर राजस्थान को देश का अग्रणी राज्य के रूप में शुमार किये जाने के उद्देश्य से उरमूल स्तर पर 2 सितम्बर को विभागीय कार्यशाला का भी आयोजन किया गया था। जिसमें पशुपालन विभाग से संबंधित समस्त विभाग इस कार्यशाला से जुड़े थे। राजस्थान के आमजन की सरकार के प्रति जो अपेक्षाएं है, उन्हें सरकार तक पहुचाने के लिए विचार व सुझाव प्राप्त किये जाने का यह कदम सराहनीय है। सुझावों के माध्यम से ही पशुपालकों को सामाजिक एवं आर्थिक सुरक्षा के उद्देश्य से कार्ययोजना तैयार की जा सकेगी। जिससे निश्चित ही राजस्थान राज्य, देश का अग्रणी राज्य में शुमान हो सकेगा।
इस अवसर पर अवशीतलन केन्द्र के प्रभारी अधिकारी, उरमूल संघ के विभाग अधिका एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।