जेठानंद व्यास का भाजपा ज्वाइन करना पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक बदलाव की ओर संकेत !

जेठानंद व्यास : विधायक, पश्चिम विधानसभा क्षेत्र बीकानेर

विनय एक्सप्रेस समाचार, राजनीतिक विश्लेषण। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में बीकानेर जिले के प्रमुख कार्यकर्ता जेठानंद व्यास को गुरुवार को उनके सभी उत्तरदायित्व से मुक्त कर दिया गया है इसी के साथ गुरुवार को ही इन्होंने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि भारतीय जनता पार्टी बीकानेर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में व्यास को एक प्रमुख चेहरे के तौर पर देख रही है. संघ परिवार का एक-एक कदम बहुत ही सोच समझकर उठाया जा रहा है बीकानेर में पिछले कुछ वर्षों से हिंदू जागरण मंच की तरफ और से आयोजित होने वाली धर्म यात्रा को लेकर जेठानंद व्यास ने महत्वपूर्ण कार्य किया इसी के साथ शहर में होने वाले तमाम प्रकार के सामाजिक मुद्दों पर सक्रियता से अपनी उपस्थिति दर्ज करने वाले व्यास को चुनावी प्रबंधन का भी बेहतरीन अनुभव है इसमें कोई संदेह नहीं है कि भारतीय जनता पार्टी की तरफ से जो कोई व्यक्ति चुनाव लड़ा है चाहे वह संसद का हो विधायक का हो अथवा स्थानीय नगर निकाय में पार्षद स्तर का चुनाव हो संघ पृष्ठभूमि में सक्रिय होने की वजह से व्यास ने बेहतर चुनावी प्रबंधन का कौशल दिखाया है और आज का समय है आज का दिन है उनकी संघ के प्रति निष्ठा और समर्पण को देखते हुए आखिर संघ ने अपने संगठन के उत्तरदायित्व से मुक्त कर दिया है। इसी का परिणाम है बीकानेर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में चेहरा जेठानंद व्यास भारतीय जनता पार्टी का एक मजबूत एवं अनुभवी चेहरा हो सकते हैं।

व्यास को संघ परिवार से मिला बड़ा आशीर्वाद किंतु चुनौतियां कम नहीं

भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद जेठानंद व्यास खुलकर सक्रिय राजनीति में आम जनता को नजर आएंगे समसामयिक मुद्दों को लेकर क्षेत्र की जनता के बीच संघर्ष करेंगे। ऐसी ही पृष्ठभूमि से निकलकर भारतीय जनता पार्टी में कार्यकर्ता से प्रधानमंत्री तक का सफर नरेंद्र मोदी ने तय किया है ऐसी सफलता के लिए व्यास को भी अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा बीकानेर अपनायत का शहर है यहां इन्हें प्रत्येक वर्ग को साथ लेकर चलना पड़ेगा और अपने सलाहकारों की टीम पर विचार कर नई टीम बनानी होगी जिसमें युवा वर्ग, बुद्धिजीवी वर्ग, तकनीकी वर्ग, व्यापारिक वर्ग सहित अनेक ऐसे वर्गों को शामिल करना होगा जिससे की उनकी राजनीति सफर की राह आसान हो । वर्षों से चुनाव प्रबंधन का अनुभव उनकी ताकत रहेगी वहीं विरोधियों की नजर में जो उनकी कमजोरी है उन पर सुधार करके अपनी कमजोरी को ही ताकत बनानी होगी यदि पार्टी इन्हें विधानसभा चुनाव के दौरान नेतृत्व का अवसर प्रदान करती है तो यह बीकानेर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक बदलाव की ओर एक नया कदम होगा।