उद्योग एवं वाणिज्य, खान एवं भू- विज्ञान, रीको तथा वाणिज्यिक कर विभाग के संयुक्त तत्वावधान में संगोष्ठी का हुआ आयोजन

विनय एक्सप्रेस समाचार, फलौदी। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के चहुमुखी विकास एवं प्रदेशवासियों की संमद्धि के लिए विजन दस्तावेज 2030 तैयार करने के निर्णय के क्रम में शुक्रवार को होटल सिटी पॉइंट में जिला उद्योग एवं वाणिज्य केन्द्र, खान एवं भू विज्ञान विभाग, रीको लिमिटेड, एवं वाणिज्यिक कर विभाग के संयुक्त तत्वावधान में जिला कलक्टर श्री जसमीत सिंह संधू की अध्यक्षता में राजस्थान मिशन 2030 संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

जिला कलक्टर श्री संधू ने उद्यमियों से राजस्थान मिशन- 2030 के अन्तर्गत लिखित एवं मौखिक सुझाव के लिए आह्वान किया एवं विभिन्न विभागों की उपलब्धियों की समीक्षा और उद्यमियों की समस्याएं एवं सुझावों पर विचार विमर्श किया।

इस दौरान जिला उद्योग एवं वाणिज्य केन्द्र के महाप्रबन्धक श्रीमती डा.अंजुला आसदेव ने राजस्थान निशन -2030 की रूपरेखा, संबंधित विभागों की उपलब्धियां एवं विभागीय योजनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला।

रीको लिमिटेड के क्षेत्रीय प्रबन्धक श्री नरेन्द्र पटवा एवं वाणिज्यिक कर विभाग के उपायुक्त श्री रविन्द्र पाल मण्डा एवं खान एवं भू -विज्ञान विभाग के अभियंता श्री राकेश कुमार ने अपने अपने विभाग की उपलब्धियों एवं योजनाओं पर प्रस्तुतीकरण दिया।

संगोष्ठी में औद्योगिक संघों, व्यापारिक संगठनों, चार्टड एकाउटेंट, खनिज, रोजगार आदि के संबंधित हितधारकों द्वारा विभिन्न सुझाव दिए गए। इस अवसर पर वरिष्ठ उद्यमी श्री प्रकाश छंगाणी ने बताया कि फलौदी रिण क्षेत्र में भूजल पुनर्भरण होना चाहिए ताकि नमक उद्योग पुनः विकसित हो सके। साल्ट सिटी एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री राजेन्द्र व्यास ने रीको औद्योगिक क्षेत्र को पूर्ण विकसित करने एवं सम्पूर्ण आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध हो एवं बड़ी निर्माण इकाईयां स्थापित करने संबंधित सुझाव दिए।

इस अवसर पर श्री मधुसुदन जोशी, श्री राजू व्यास श्री दिलीप टरू, श्रीमती सुलेखा देवी अग्रवाल, डॉ. बी. आर. पालीवाल, श्री उमेश व्यास, डॉ. अरुण गाथुर, श्री रामाकिशन प्यारा श्री गुरारी, तपस्या सिंह, दीपा बोहरा, श्री लालजी पुरोहित, श्री रावन चंद गाली आदि ने मिशन 2030 के संबंध में अपने- अपने अमूल्य सुझाव प्रस्तुत किये।

निम्न सुझाव प्राप्त हुए

1. फोटोग्राफी / वीडियोग्राफी प्रशिक्षण हेतु कॉलेज स्थापित हो ।
2. सोलर प्लाट मेन्यूफेक्चरिंग उद्योग स्थापित हो ।
3. बेहतर ट्रांसपोर्ट सुविधा उपलब्ध हो ताकि यातायात लागत कम हो सके।
4. रिण क्षेत्र में पानी रिचार्ज हो ताकि नमक उत्पादन बढ़ सके।
5. रीको औद्योगिक क्षेत्र में फार्मा संयुटीकल मेनुफेक्चरिंग इकाईयां स्थापित हो ।
6. उद्योगों को शत प्रतिशत सॉलर ऊर्जा उपलब्ध हो।
7. एग्रो इण्डस्ट्रीज को बढ़ावा देना एवं स्थानीय रोजगार सृजित हो ।
8. ई -कॉमर्स व ई -मार्केटिग एवं डिजीटाईजेशन को बढावा दिया जाये ताकि राजस्थान विकसित हो सके।

इस अवसर पर विभाग के लवण निरीक्षक श्री रविन्द्र सिंह ,वरिष्ठ राहायक श्री मुरलीधर एवं श्री विकस सिंह , श्री सुरेन्द्र कुमार बोहरा एवं श्री ओम प्रकाश ने सहयोग किया।