रबी 2022-23 के परिणामों पर हुआ गहन चिंतन
कृषि अनुसंधान एवं विस्तार के समन्वय से किसानों की बढे़गी आय – अतिरिक्त निदेशक कृषि विस्तार
विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय स्थित कृषि अनुसंधान केन्द्र में मंगलवार को कृषि रबी क्षेत्रीय अनुसंधान एवं विस्तार सलाहकार समिति (जर्क) कार्यशाला का आयोजन अतिरिक्त निदेशक कृषि विस्तार डॉ सुरेन्द्र सिंह शेखावत, क्षेत्रीय अनुसंधान निदेशक डॉ एस आर यादव, परियोजना निदेशक सि.क्षे.वि. सत्यनारायण, प्रधान वैज्ञानिक कृषि डॉ. दाताराम, अनुसंधान निदेशक डॉ पी एस शेखावत व अध्यक्ष काजरी नवरत्न पंवार की अध्यक्षता में हुआ।
जर्क कार्यशाला में खण्ड बीकानेर के बीकानेर, चुरू, जैसलमेर के कृषि, उधानिकी, आत्मा के वरिष्ठ अधिकारी गण व विश्वविद्यालय तथा कृषि विज्ञान केन्द्र के कृषि वैज्ञानिक गणों ने भाग लिया।
अतिरिक्त निदेशक कृषि विस्तार डॉ सुरेन्द्र सिंह शेखावत ने बताया कि कृषि अनुसंधान एवं विस्तार के समन्वय से नई तकनीक से कृषि एवं किसान का विकास होगा। साथ ही किसान की आय बढे़गी।
क्षेत्रीय अनुसंधान निदेशक डॉ एस आर यादव ने कहा कि अधिक उत्पादन के लिए किसानों को यूरिया, डीएपी, एसएसपी के साथ साथ कम्पोस्ट, वर्मी कम्पोस्ट व हरी खाद का उपयोग करना होगा।
अनुसंधान निदेशक डॉ पी एस शेखावत ने बताया कि अनुसंधान से प्राप्त फसल की नई किस्मों को जोन की पैकेज ऑफ पैकि्टेसेज में शामिल करेंगे ताकि किसानों को अधिक लाभ मिल सकें। काजरी के अध्यक्ष डॉ नवरत्न पंवार ने बताया कि जल के समुचित उपयोग के मध्यनजर किसानों को बूंद-बूंद सिंचाई के महत्व को समझना होगा।
वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ दाताराम ने विभिन्न कृषि व उद्यानिकी फसलों की पैकेज ऑफ प्रेक्टिसेज पर विस्तार से चर्चा की। इस दौरान कृषि वैज्ञानिक प्रो. अमर सिंह गोदारा, डॉ केशव मेहरा, डॉ शीशराम, डॉ हनुमान देशवाल, डॉ पी सी गुप्ता, डॉ बी डी एस नाथावत व विभागीय अधिकारी संयुक्त निदेशक कृषि कैलाश चौधरी, अजीत सिंह, धर्मवीर डुडी उपनिदेशक यशवन्ती, डॉ राम किशोर मेहरा, सहायक निदेशक कृषि अमर सिंह गिल, भैराराम गोदारा, राजेश गोदारा, सुभाष विश्नोई, राजूराम डोगीवाल, रूबीना परवीन, कृषि अधिकारी मुकेश गहलोत, डॉ मानाराम जाखड़, ओम प्रकाश तर्ड, प्रदीप चौधरी, मीनाक्षी, ममता, महेन्द्र प्रताप आदि मौजूद रहे।