विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। एक समय था जब आम नागरिक भय से बीएसएफ से दूरी बनाए रखता था वर्तमान में यह आलम है कि आमजन भारत की सीमाओं की चोकियों में पर्यटन के हिसाब से घूमने जाने लगे हैं और यह सब संभव हो पाया है बीकानेर बीएसएफ के आईजी पुष्पेन्द्र सिंह की वजह से | यह शब्द बीकानेर जिला उद्योग संघ अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया ने आईजी पुष्पेन्द्र सिंह के स्वागत समारोह में कहे | आईजी पुष्पेन्द्र सिंह ने बताया कि सेना के जवान भी हमारी तरह ही इंसान है अपने घर से दूर रहकर सीमाओं की रक्षा करने में दिन रात जुटे इन जवानों को भी सीमा चोकियों पर अपने घर जैसा माहौल मिले इस हेतु आमजन और बीएसएफ को नजदीक लाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है | संयुक्त आयकर आयुक्त श्याम सुंदर राठी ने बताया कि पुष्पेन्द्र सिंह बीएसएफ के जांबाज अधिकारी होने के साथ साथ अपनी सीमाओं के समीपवर्ती आबादी की सेवा में लगातार अपेक्षाओं से बढकर काम कर रहे हैं | उपायुक्त आबकारी विभाग ए.एच. गोरी ने बताया कि आईजी पुष्पेन्द्र सिंह ने बीएसएफ पोस्ट सांचू को जैसलमेर में बीएसएफ बेस तनोट के समान एक पर्यटक आकर्षण में बदल दिया है जिसमें एक संग्रहालय, दर्शक गैलरी और सेना के टेंक जैसी ऐतिहासिक युद्ध ट्रोफियां शामिल है | जिला उद्योग एवं वाणिज्य केंद्र महाप्रबंधक मंजू नैन गोदारा ने बताया कि आईजी पुष्पेन्द्र सिंह को बीएसएफ के साथ साथ राष्ट्र के लिए उत्कृष्ट सेवाओं के लिए इस वर्ष 15 अगस्त को राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है | आईजी पुष्पेन्द्र असाधारण समर्पण, अथक कार्यनीति और राष्ट्र के प्रति सच्ची सेवा के प्रतीक के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं | इस अवसर पर केशूराम प्रजापत, विजय नौलखा, नरेश मित्तल, अनंतवीर जैन, वीरेंद्र किराडू, राजेश लदरेचा, विनोद गोयल, रमेश अग्रवाल, के.के. मेहता, शिवरतन पुरोहित, राजकुमार पचीसिया, पारस डागा, भंवरलाल चांडक, दिलीप रंगा, विनोद जोशी, राजाराम सारडा, निर्मल पारख, किशन मूंधड़ा, पवन चांडक, डूंगर प्रजापत, पवन पचीसिया, पियूष सिंघवी, शुभम लड्ढा, रोहित पित्ती, अभिमन्यु जाजडा आदि उपस्थित हुए |