सूर्य और मंगल का वृश्चिक राशि में प्रवेश: राजनीतिक उठा पटक व आकस्मिक दुर्घटनाओं में वृद्धि के संकेत

विनय एक्सप्रेस ज्योतिष आलेख, ज्योतिष आचार्य डॉ. आलोक व्यास।
वैदिक ज्योतिष में सूर्य को नवग्रहों में सबसे महत्वपूर्ण ग्रह माना गया है जो कि जीवन ऊर्जा, आत्मा, पिता, सफलता, विजय, नेतृत्व या प्रशानिक क्षमता व यश कारक होता है और पूर्व दिशा, सोने व तांबे का स्वामी होता है।जन्मकुंडली में प्रबल सूर्य जातक के जीवन में सफलता, ऊर्जा, प्रशासनिक पद, विजय, पिता या उच्च अधिकारियों से लाभ, मान सम्मान में वृद्धि करता है और दुर्बल जातक को अहंकारी, क्रोधी, महत्वाकांक्षी, आत्म केंद्रित आदि बनाता है। जबकि नवग्रहों मे मंगल जातक के साहस, ऊर्जा, गतिशीलता, जीवन शक्ति और अनुशासन का कारक होता है तथा व्यक्ति के शरीर में खून,हड्डी, शारीरिक चोट या दुर्घटना, भूमि, वाहन, आग्नेय अस्त्र का द्योतक होता है। जातक की जन्मकुंडली में मंगल प्रबल होने पर व्यक्ति का साहसी, ऊर्जावान और अनुशासित होता है और दुर्बल होने पर आलसी ऊर्जाहीन और क्रोधी होता है।

16 नवंबर 2023 को प्रातः 11:04 पर मंगल तुला राशि से वृश्चिक राशि में प्रवेश कर दिनांक 27 दिसंबर 2023 को अपनी आगामी राशि धनु में प्रवेश करेगा। सूर्य दिनांक 17 नवंबर को 1:31 पर तुला राशि से वृश्चिक राशि में प्रवेश कर दिनांक 16 दिसंबर 2023 को धनु राशि मे प्रवेश करेगा।वृश्चिक राशि जलतत्व की होने के साथ तामसिक ऊर्जा एवं भावात्मक उतार चढ़ाव व रहस्यमय मनोवृतियों को प्रतिबिंबित करती है। उपरोक्त गोचर से राजनीतिक परिदृश्य एवं प्रशासनिक क्षेत्र में उतार चढ़ाव होने की संभावना रहेगी। इसके अतिरिक्त आकस्मिक दुर्घटनाओं (वाहन/आग्नेयास्त्र/अग्नि आदि से) में भी वृद्धि हो सकती है। सूर्य और मंगल के राशि परिवर्तन से विभिन्न राशियों पर निम्नलिखित प्रभाव परिलक्षित हो सकता है(चंद्र राशि के अनुसार)

ज्योतिष आचार्य: डॉक्टर आलोक व्यास

मेष : तंत्र मंत्र या गुप्त विद्या की ओर रूझान बढ़ेगा। मन में अकारण भय या निराशा बढ़ सकती है अतः महादेव की आराधना करें। भूमिगत वस्तुओं की और रुझान अधिक होगा एवम ससुराल पक्ष के प्रति असंतोष में बढ़ोतरी संभव है। सूर्य उपासना या मंगलवार का व्रत अधिक लाभदायक रहेगा।

वृषभ: प्रेम विवाह अथवा सगाई के अवसर बनानेगें किन्तु जीवनसाथी के चयन में उलझन आ सकती है। कारोबारी जीवन या व्यापार में नवसाझेदारी के योग बनेंगे। पत्नी अथवा जीवनसाथी के साथ संबंधों में मधुरता आएगी। देवी उपासना या शुक्रवार व्रत लाभदायक रहेगा।

मिथुन: दैनिक जीवन के क्रियाकलापों में अड़चन अथवा परेशानी आ सकती है। रोग ऋण अथवा शत्रु बाधा में बढ़ोतरी होगी। विभिन्न कारणों से अनावश्यक तर्क वितर्क में बढ़ोतरी भी हो सकती है। निकट संबंधों में खटास आने की भी सम्भावना है। जीवन में कानूनी वाद विवाद या झगड़ों में बढ़ोतरी भी संभव है। संतान संबंधी कार्यों में अनुकूलता आएगी। गणेश जी की उपासना या बुधवार का व्रत लाभदायक रहेगा।

कर्क: रचनात्मक कार्यों में रुझान बढेगा व प्रेम प्रसंग के अवसर बनेंगे। संतान संबंधी समस्या परेशान कर सकती है। सट्टेबाजी की मनोवृत्ति रहेगी तथा शेयर मार्केट में मध्यावधि निवेश से लाभ होने की संभावना है। गृहस्थान पर अनुकूलता आएगी। शिवजी की उपासना या सोमवार का व्रत अधिक लाभदायक रहेगा।

सिंह: गृहस्थान पर नवाचार के योग बन रहे हैं और भूमि, मकान, वाहन के क्रय विक्रय के अवसरों में बढ़ोतरी होगी। मन में बेचैनी बढ़ सकती है व माता संबंधित पीड़ा भी संभव है। छोटे भाई बहन अथवा अधीनस्थ का सहयोग प्राप्त होगा। सूर्य की उपासना या रविवार का व्रत अधिक लाभदायक रहेगा।

कन्या: कार्य हेतु अल्प दूरी की यात्रा के योग बनेंगे। संप्रेषण कौशल से आय में वृद्धि होगी। छोटे भाई बहन अथवा अधीनस्थ या पड़ोसी से मतभेद संभव है। किसी कार्य के नेतृत्व करने की संभावना भी अधिक रहेगी। गणेश जी का उपासना या बुधवार का व्रत अधिक लाभदायक रहेगा।

तुला: पारिवारिक जिम्मेदारियां में बढ़ोतरी संभव है। इसके अतिरिक्त पारिवारिक आयोजन होने की संभावना भी अधिक रहेगी। सुरुचि भोज प्राप्त होगा। स्थायी परिसंपत्ति निर्माण के नए अवसर बनेंगे। नेत्र या वाणी संबंधी परेशानी भी आ सकती है। देवी उपासना या शुक्रवार का व्रत अधिक लाभदायक रहेगा।

वृश्चिक: आत्मछवि से असंतोष रहेगा। एकांतवास या स्वाध्याय में समय व्यतीत हो सकता है। मानसिक चिंता में बढ़ोतरी होगी। खर्चे में कमी आएगी तथा आर्थिक अनुकूलता में बढ़ोतरी होगी। हनुमान की उपासना या मंगलवार का व्रत अधिक लाभदायक रहेगा।

धनु: लंबी दूरी की यात्रा के योग बन रहे हैं। व्यापार में हानि होने की संभावना अधिक रहेगी। आय की अपेक्षा व्यय की अधिकता रहेगी अतः फिजूल खर्ची से बचें। आमोद प्रमोद में समय व्यतीत हो सकता है विष्णु की उपासना या गुरुवार का व्रत अधिक लाभदायक रहेगा।

मकर: संपर्क सूत्रों में बढ़ोतरी के नए अवसर बनेंगे। बड़े भाई बहन से मतभेद संभव है तथा आय में वृद्धि हेतु प्रयासों की अधिकता रहेगी। आय और व्यय में असंतुलन रह सकता है अतः आर्थिक पक्ष को लेकर सावधान रहे। शनि की उपासना या शनिवार का व्रत अधिक लाभदायक रहेगा।

कुंभ: नौकरी अथवा पदोन्नति हेतु प्रयासों की अधिकता रहेगी ।सामाजिक प्रतिष्ठा को लेकर असंतोष संभव है। उच्च अधिकारियों अथवा पिता से संबंधों में प्रतिकूलता आ सकती है। हनुमानजी की कृपा से मंगलवार का व्रत अधिक लाभदायक रहेगा।

मीन: उच्च अध्ययन हेतु प्रयासों की अधिकता रहेगी तथा गुरुजनों का सहयोग प्राप्त होगा। धार्मिक अनुष्ठान अथवा धार्मिक यात्रा के अवसर बनेंगे। नवसंस्कृति के संपर्क में आने की संभावना रहेगी। मानसिक स्वास्थ्य में अनुकूलता में वृद्धि होगी। विष्णु की उपासना यार गुरुवार का व्रत अधिक लाभदायक रहेगा।