आरएमआरएस द्वारा जिले को प्राप्त होंगे 240 नए आॅक्सजीन सिलेण्डर नाॅन-कोविड इमरजेंसी का एमसीएच विंग में होगा स्थानांतरण डोर-टू-डोर सर्वे और मेडिसिन किट वितरण कार्य में लाएं तेजी

विनय एक्सप्रेस समाचार,नागौर। जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी की अध्यक्षता में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के निरंतर प्रयास व मरीजों को समग्र व त्वरित आॅक्सीजन सुविधाऐं उपलब्ध करवाने हेतु रविवार को जेएलएन स्थित वाॅर-रुम में जिला स्तरीय अधिकारियों और जेएलएन में सेवारत चिकित्सकों के साथ समीक्षा बैठक का आयोजन हुआ। जिला कलक्टर एवं अंबुजा के अभियंताओं की टीम ने जेएलएन परिसर में अंबुजा द्वारा निर्माणाधीन आॅक्सीजन प्लांट का निरीक्षण किया और स्थिति का जायजा लिया।
बैठक के दौरान प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डाॅ. शंकरलाल ने बताया कि ‘आॅपरेशन प्राणवायु अभियान’ के तहत जिले की आॅक्सजीन उत्पादन क्षमता में वृद्धि का कार्य निरंतर प्रगति पर है। राजस्थान मेडिकल रिलिफ सोसायटी, नागौर द्वारा अगले दो सप्ताह के अंदर 240 नए खाली आॅक्सीजन सिलेण्डर जिले की आॅक्सीजन व्यवस्था मजबूत करने के लिए दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि अतिरिक्त खाली सिलेण्डरों की प्राप्ति के पश्चात् मरीजों को पर्याप्त मात्रा में आॅक्सीजन उपलब्ध कराने में आसानी होगी। डाॅ. शंकरलाल ने बताया कि कोविड और नाॅन कोविड मरीजों के इलाज की पृथक व्यवस्था करने हेतु जेएलएन स्थित वर्तमान नाॅन कोविड इमरजेंसी सेवाओं को, परिसर स्थित एमसीएच विंग (मदर एण्ड चाइल्ड केयर हाॅस्पिटल) में स्थानांतरित किया जा रहा है, जिससे इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को कोरोना संक्रमण से बचाया से जा सके। उन्होंने बताया कि एमसीएच विंग में नाॅन-कोविड इमरजेंसी सेवा के तहत आँख, नाक, कान व गला संबंधी उपचार, अस्थि रोग, दन्त चिकित्सा, चर्म रोग, सर्जरी और ट्रोमा संबंधी स्वास्थ्य सेवाऐं दी जाऐंगी।
बैठक के दौरान पुलिस उप अधीक्षक विनोद कुमार ने बताया कि पुलिस प्रशासन द्वारा जेएलएन अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए 30 पुलिस जवान तैनात किए गए है। साथ ही सिविल डिफेंस के 16 सुरक्षाकर्मियों की नियुक्ति भी की गई है। ये सुरक्षाकर्मी जेएलएन अस्पताल परिसर में स्थित आॅक्सीजन जनरेशन प्लांट की निगरानी करेंगे। सिविल डिफेंस के सुरक्षाकर्मी कोविड केयर सेंटर में बाहर से आने वाले लोगों की निगरानी रखेंगे तथा ये जवान जेएलएन परिसर में गश्त करके बिना मास्क घूमने वाले लोगों व कोविड प्रोटोकाॅल की नई गाइडलाइन का उल्लंघन करते पाए जाने पर चालान की कार्यवाही कर जुर्माना लगाकर, वसूली करेंगे।
बैठक के दौरान डाॅ. सोनी ने मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मेहराम महिया को निर्देश दिए कि डोर-टू-डोर सर्वे कार्य के तहत कोविड 19 के बढ़ते हुए संक्रमण को देखते हुए प्रारंभिक स्तर पर ही संक्रमण का पता लगाने तथा समुचित इलाज के लिए आशा, एएनएम तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा सर्वे कार्य निरंतर जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि सर्वे कार्य में तेजी लाते हुए अतिरिक्त मेडिसिन किट की सप्लाई पंचायत समिति एवं ग्राम पंचायत स्तर पर भेजना सुनिश्चित करंे और सर्वे के दौरान संभावित कोरोना लक्षण दिखाई देने पर ऐसे व्यक्ति को चिह्न्ति कर उन्हें स्वास्थ्य केंद्र भेजा जाऐं ताकि समय पर उसका इलाज शुरू हो जाए। डाॅ. महिया ने बताया कि अस्पतालों की स्वास्थ्य व्यवस्था और मजबूत करने के लिए अतिरिक्त डाॅक्टरों की भर्ती की प्रक्रिया जारी है और नर्सिंग कर्मियों की नियुक्ति की प्रक्रिया भी पूर्ण होने जा रही है।
बैठक के दौरान कोविड लैब के नोडल आॅफिसर माइक्रो बायोलाॅजिस्ट सुनिल भार्गव ने बताया कि रविवार को जेएलएन स्थित कोरोना जांच लैब में 24 घंटे पूर्व की, कोई जांच बकाया नहीं है। कोरोना जांचों की पेंडेंसी का निपटारा करने के लिए जेएलएन स्थित लैब में कार्मिकों द्वारा शनिवार को लगभग एक हजार कोरोना सैंपल की जांच की गई।
बैठक के दौरान मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद जवाहर चैधरी, उपखण्ड अधिकारी अमित चैधरी, सहायक कलक्टर रामजस विश्नोई, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मेहराम महिया, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डाॅ. शंकरलाल, मुख्य प्रबंधक रीको विपोन मेहता, जेएलएन चिकित्सकों की टीम एवं अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
वाॅर रूम के मोबाइल नम्बर 9664053478 है इसके अतिरिक्त तीन डाॅक्टरों की टीम भी दोपहर 11 बजे से 12 बजे तक अपनी सेवाएं दे रही है। जिसमें डाॅ. राजेन्द्र बेडा मो. न. 6375767208, डाॅ. अशोक झाड़वाल मो. न. 9664034276 और डाॅ. लूणाराम डिडेल मो. न. 6375723325 पर आमजन सम्पर्क कर अपनी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के लिए फोन पर ही परामर्श ले सकते है।