निजी कोविड डेडिकेटेड अस्पतालों में भर्ती कोविड मरीजों का जेएलएन स्थित वाॅर रुम द्वारा लिया जाएगा फीडबैकसीएचसी व पीएचसी में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होगी मेडिसिन किट सीएचसी व पीएचसी में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होगी मेडिसिन किट
विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। कोविड-19 महामारी से निपटने की दिशा में नागौर जिला प्रशासन तथा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा अग्रिम रूप से ही आवश्यक तैयारियां प्रारंभ की गई है। महामारी के बढ़ते संक्रमण से रोगियों के उपचार के लिए राजकीय अस्पतालों में इस दृष्टि से आवश्यक तैयारियों के निर्देश दिए गए हैं। जिला कलक्टर डाॅ जितेन्द्र कुमार सोनी की अध्यक्षता में शनिवार को जेएलएन अस्पताल के वाॅर रुम में चिकित्सा व्यवस्थाओं को और अधिक मजबूत करने के लिए जिला स्तरीय अधिकारियों व चिकित्साधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इसके तहत महिला एवं शिशु स्वास्थ्य व कोविड संक्रमण के रोकथाम एवं उपचार, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आॅक्सीजन व बेड के विस्तार सहित अस्पतालों में बिजली, पानी एवं अन्य आधारभूत सुविधाओं की उपलब्धता को लेकर समीक्षा की गई
जिला कलक्टर डॉ जितेंद्र कुमार सोनी ने समस्त चिकित्सा अधिकारियों को इस संबंध में व्यापक तैयारी करने के निर्देश दिए हैं, जिसके अनुसार कोरोना संक्रमण शिशु और बच्चों में फैलने की संभावना को देखते हुए जिले में सभी राजकीय अस्पतालों में इस निमित्त आधारभूत संरचना, चिकित्सकीय उपकरण, आवश्यक संसाधन की व्यवस्था पर पूर्व तैयारी किया जाना आवश्यक है। जिला अस्पताल नागौर में मदर चाइल्ड हेल्थ विंग पृथक से कार्यरत है, जिसमें बाल रोग विशेषज्ञ की सेवाएं भी उपलब्ध है। इस विंग में महिलाओं एवं शिशुओं के स्वास्थ्य सेवाओं, संसाधनों के अनुकूलतम उपयोग, चिकित्सकीय उपकरणों सहित आधारभूत संरचना को और अधिक मजबूत करने के लिए विंग प्रभारी डॉ आर. के. सुथार को सहयोग एवं समन्वय करने के लिए जिला स्तर पर 2 सदस्य समिति का गठन किया गया है। इस समिति में रीको के क्षेत्रीय महाप्रबंधक विपोन मेहता को अध्यक्ष तथा उप रजिस्ट्रार सहकारी समितियां नागौर के जयपाल गोदारा को सदस्य बनाया गया है।
जिला कलक्टर ने आदेश जारी किया है, जिसके अनुसार जिले में स्थित राजकीय उप जिला अस्पताल डीडवाना, लाडनूं व कुचामन में महिला एवं शिशु रोग विशेषज्ञ के मार्गदर्शन में महिलाओं व शिशुओं के लिए पृथक से वार्ड की व्यवस्था उपलब्ध है। जिन्हें और अधिक संसाधनयुक्त किए जाने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि इन वार्डों में कोरोना पीड़ित महिलाओं व शिशुओं को चिकित्सा के लिए वेंटिलेटर व ऑक्सीजनयुक्त बेड की भी पर्याप्त सुविधा उपलब्ध हो सके। जिला कलक्टर ने शुक्रवार को एक आदेश जारी कर जिले में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्थापित जेएसवाई वार्डों को महिलाओं एवं शिशुओं के स्वास्थ्य एवं कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम व उपचार की दृष्टि से और अधिक सुविधायुक्त किए जाने के निर्देश दिए है। साथ ही संबंधित प्रभारियों को इस संबंध में उपलब्ध संसाधन एवं आवश्यक संसाधनों का आकलन करके पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित किए जाने का भी निर्देश दिया है, जिससे राजकीय अस्पतालों में मौजूदा सुविधा एवं संसाधनों का विस्तार किया जा सके, ताकि बच्चों एवं शिशुओं में कोविड-19 संक्रमण फैलने की स्थिति में संक्रमण की रोकथाम एवं उपचार की पर्याप्त व्यवस्था अग्रिम रुप से की जा सके।
प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डाॅ शंकरलाल ने बताया कि जिलेभर में संचालित कोविड डेडिकेटेड निजी अस्पतालों में भर्ती कोरोना मरीजों का जेएलएन स्थित वाॅर रुम द्वारा फीडबैक लेने के निर्देश दिए गए है। जिसके तहत अब कोरोना मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को डाॅक्टरों की विशेषज्ञ टीम द्वारा विभिन्न सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में उपचाराधीन सात कोविड संक्रमित मरीजों से वीडियो काॅल के माध्यम से बात की गई। संबंधित केंद्रों के प्रभारी चिकित्सकों के माध्यम से इन मरीजों की जांच व उपचार से संबंधित आवश्यक मार्गदर्शन भी किया गया। इसके अतिरिक्त वाॅर रुम कार्मिकों द्वारा 93 कोविड मरीजों से संपर्क कर स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ली गई।
बैठक के दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चैधरी, उपखण्ड अधिकारी अमित चैधरी, सहायक कलक्टर रामजस बिश्नोई, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ मेहराम महिया, सहकारी समिति के उप रजिस्ट्रार जयपाल गोदारा, पुलिस उप अधीक्षक विनोद कुमार, रीको के क्षेत्रीय महाप्रबंधक विपोन मेहता सहित जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।