विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। निर्भीक, पारदर्शी और निष्पक्ष आम चुनाव संपादित करवाने के उद्देश्य से व्यय अनुवीक्षण से जुड़े नोडल अधिकारियों के साथ विशेष प्रशिक्षण बुधवार को आयोजित किया गया । रेलवे, पुलिस, परिवहन, आबकारी, बैंक, आयकर आदि की विशेष भूमिका के मद्देनजर सभी नोडल अधिकारियों को निगरानी मैकेनिज्म की बारिकी से जानकारी दी गई।
प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर्स ने बताया कि व्यय निगरानी तंत्र में काम करने वाली एजेंसियों का मुख्य कार्य प्रत्याशी का चुनाव खर्च भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित सीमा में रखने के लिए अनुपालना और समन्वय पर विशेष ध्यान देने का है। दस लाख या इससे अधिक के कैश या ट्रांजेक्शन मिलने , शराब नकद आदि की सीजर कार्यवाही सहित अन्य अवांछनीय गतिविधियों पर विशेष नजर और सूचना साझा करने के संबंध में जानकारी दी गई।
मास्टर ट्रेनर वाई बी माथुर ने एम सी एम सी कमेटी, व्यय सीमा , लेखा प्रकोष्ठ के कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने सी विजिल एप,एफ एस टी, एस एस टी की कार्यवाही प्रकिया कोविस्तार से समझाया ।
मास्टर ट्रेनर एस एल राठी ने पावरप्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से विभिन्न संबंधित विषयों व कार्य की जानकारी दी। प्रशिक्षण में अभ्यर्थी के आपराधिक रिकॉर्ड का प्रकाशन, पेड़ न्यूज और विज्ञापन और पेड़ न्यूज की निगरानी, विज्ञापन अधिप्रमाणन आदि के बारे में भी विस्तार से बताया गया।
प्रशिक्षण में संबंधित नोडल अधिकारी उपस्थित रहे।
इस दौरान सहायक निदेशक पेंशन डा राहुल गोठवाल, मास्टर ट्रेनर्स समिन्द्र सक्सेना, विपिन सैनी, गणेश सदारंगानी, रविन्द्र मनिठिया आदि ने भी व्यय अनुवीक्षण के संबंधित पक्षों पर प्रकाश डाला और नोडल अधिकारियों की शंकाओं का समाधान किया ।