खेलों में समृद्धशाली इतिहास रहा है शहर का- एस. एल. हर्ष

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर।  बीकानेर नगर के 537वें स्थापना दिवस के अवसर पर जिला प्रशासन और राव बीकाजी संस्थान द्वारा आयोजित कार्यक्रमों के तहत मंगलवार को नरेंद्र सिंह ऑडोटोरियम में ‘बीकानेर का खेल परिदृश्य: अतीत से वर्तमान तक’ विषय पर खेल संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
राव बीकाजी संस्थान के अध्यक्ष डाॅ. गिरिजा शंकर शर्मा ने बताया कि संगोष्ठी के अध्यक्ष एस. एल. हर्ष ने कहा कि खेलों में बीकानेर का इतिहास समृद्धशाली रहा है। डॉ. करणी सिंह ने अपने सटीक निशानों, मगन सिंह राजवी ने फुटबॉल में अपने पैरों का जादू चलाते हुए विश्व स्तर पर देश का नाम रोशन किया। यह हम सभी के लिए गर्व की बात है।
संगोष्ठी के मुख्य अतिथि साइक्लिंग कोच ललित छंगाणी ने कहा कि फुटबॉल हो या निशानेबाजी, शतरंज हो या साइक्लिंग, वॉलीबाल हो या बास्केटबॉल, हॉकी, कुश्ती, पहलवानी, तीरंदाजी, बैडमिंटन, टेबलटेनिस में यहां के खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी इसे आगे बढ़ा रही है, यह गर्व का विषय है।
भारतीय जिम्नास्टिक संघ के कोषाध्यक्ष सुधीश शर्मा ने बीकानेर के खेल परिदृश्य पर बात रखते हुए कहा कि आज इस शहर के युवा खिलाड़ी विभिन्न खेलों में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आगे बढ़ रहे हैं। वे शहर के खेलों को और नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।
संगोष्ठी प्रभारी आत्माराम भाटी के अनुसार संगोष्ठी में भरत पुरोहित ने बीकानेर में आजादी पूर्व से लेकर अभी तक की फुटबॉल उपलब्धियों, रामनाथ आचार्य ने साइकिलिंग, अनिल बोड़ा ने शतरंज, गिरिराज जोशी ने तैराकी, योगेंद्र खत्री ने स्केटिंग, हेमंत मोदी ने बास्केटबॉल, हितेंद्र मारू ने नेटबॉल, हेमंत मोदी ने बैडमिंटन, विजय ठोलिया, माणक व्यास ने शारिरिक शिक्षा व मनीष जोशी ने राष्ट्रीय स्तर पर मिली उपलब्धियों से सभी को रूबरू करवाया।
संस्था के संजय पुरोहित ने मंच संचालन की शुरुआत करते हुए अतिथियों का शब्दों द्वारा व सह प्रभारी मोहम्मद फारूख, कोषाध्यक्ष रामलाल सोलंकी, कमल रंगा, राजेन्द्र जोशी, नंद किशोर सोलंकी, अभिषेक आचार्य, अज़ीज़ भुट्टा, इरशाद अज़ीज़ ने अतिथियों व संगोष्ठी के सभी वक्ताओं का माला पहनाकर स्वागत किया।
संगोष्ठी के सह प्रभारी मोहम्मद फारूख के अनुसार संगोष्ठी में अजय जोशी, राजाराम स्वर्णकार, जुगल व्यास, बसन्त आचार्य, दिलीप जोशी, गंगाविशन, जुगल पुरोहित आदि उपस्थित थे। संस्था के कोषाध्यक्ष रामलाल सोलंकी ने संगोष्ठी में भाग लेने वाले सभी लोगों का आभार प्रकट किया।