विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। संघ शिक्षा वर्ग तरुण व्यवसायी तथा महाविद्यालय विद्यार्थी जोधपुर प्रांत 2024 के समापन समारोह में मुख्य अतिथि समाजसेवी विजय सिंह, सर्वाधिकारी बलवीर सिंह ढाका, मुख्य वक्ता डॉ रमेश चंद्र अग्रवाल माननीय संघ चालक राजस्थान क्षेत्र, टेकचंद बरडिया बीकानेर विभाग संघचालक उपस्थित रहे। मुख्य वक्ता डॉ रमेश चंद्र अग्रवाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि संघ कार्य एक पवित्र राष्ट्र कार्य है। जिसकी शुरुआत 1925 में विजयदशमी के दिन नागपुर से की गई। संघ का उद्देश्य हिंदू समाज का संगठन करना है। संघ शाखा के माध्यम से चरित्रवान व्यक्ति का निर्माण करता है। संघ की शाखा के माध्यम से निर्मित व्यक्ति समाज परिवर्तन का कार्य करता है। संघ के स्वयंसेवक समाज पर आई आपदाओं में समाज के साथ खड़ा रहता है।भारत पर हुए अनेकों आक्रमणों के कालखंड में समाज में कई कुरीतियों आई है। जिसे ठीक किए जाने की आवश्यकता है। संघ के स्वयंसेवकों ने अनेक अवसरों पर समाज जागरण का कार्य किया। देश के स्वतंत्रता आंदोलन में भी अनेकों स्वयंसेवकों ने भाग लिया। संगठित हिंदू समाज अपने स्व जागरण के कारण आज शिक्षा, विज्ञान, रक्षा उत्पादन, अंतरिक्ष आदि अनेक क्षेत्रों में देश को आगे बढ़ा रहा है। कुछ कार्य हिन्दू समाज को भी करना है। हिन्दू व्यवहार, हिन्दू विचार के पालन का भाव व्यक्तिगत जीवन में दिखाना चाहिए। स्वयंसेवक के मन में राष्ट्र प्रथम का भाव और व्यवहार रहता है तथा नागरिक कर्तव्यों का पालन भी स्वयंसेवक अपने जीवन में करते हैं। हमें अपने जीवन में स्वदेशी भाव, भारतीय जीवन पद्धति और पर्यावरण संरक्षण के बिंदुओं पर कार्य करना चाहिए। विशेषकर जल संरक्षण, फलदार पौधों का रोपण और प्लास्टिक मुक्त जीवन का आग्रह किया। मुख्य अतिथि विजय सिंह ने कहा कि अनुशासित और संगठित समाज ही किसी राष्ट्र के विकास की गारंटी है। और अनुशासनहीन समाज नष्ट हो जाते हैं। समाज लोगों को अपने बच्चों में अनुशासित और संस्कारित जीवन पर ध्यान देना होगा। वर्ग कार्यवाह शंभू सिंह ने वर्ग प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। वर्ग में 21 जिलों के 395 शिक्षार्थियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। जिसमें महाविद्यालय विद्यार्थी, व्यावसायी, कर्मचारी, किसान, मजदूर आदि शामिल थे। विभाग संघ संचालक टेकचंद बरडिया ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर क्षेत्र संपर्क प्रमुख श्याम मनोहर, प्रांत प्रचारक विजयानंद, स्थानीय विधायक ताराचंद सारस्वत आदि अनेक गणमान्य नागरिक और मातृशक्ति उपस्थित रहे।