नागौर में लाडेसर की हैल्थ स्क्रीनिंग का आंकड़ा डेढ़ लाख पार

कुपोषित बच्चों के लिए जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी का अभिनव अभियान ‘‘लाडेसर‘‘ छह दिन की अवधि में चिन्हित किए गए 2157 कुपोषित व 71 अतिकुपोषित बच्चे

Dr Jitendra Soni
जिला कलेक्टर डाॅ. जितेन्द्र सोनी

विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। कोरोना के संक्रमण की तीसरी लहर की आंशका को देखते हुए बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए नागौर जिले में एक अभिनव अभियान चलाया जा रहा है। जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी द्वारा शुरू किए गए इस नव अभियान ‘‘लाडेसर‘‘ की शुरूआत गत 27 मई को की गई, जिसके तहत जिले की समस्त गांवों तथा नगर निकायों के वार्डों में हैल्थ टीमों द्वारा कुपोषित बच्चों के साथ-साथ रक्त अल्पतावाली बालिकाओं का चिन्हीकरण किया जा रहा है।

जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी के मार्गदर्शन में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चौधरी के निर्देशानुसार चलाए जा रहा अभियान लाडेसर प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है। गत छह दिनों में अभियान लाडेसर के तहत नागौर जिले में गठित की गई हैल्थ टीमों ने घर-घर तक दस्तक देकर डेढ़ लाख से अधिक बच्चों की हैल्थ स्क्रीनिंग की। महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से मंगलवार, 1 जून की शाम छह बजे जारी गई रिपोर्ट के अनुसार यह आंकड़ा 1 लाख 53 हजार 735 बच्चों की हैल्थ स्क्रीनिंग तक रहा। वहीं अकेले एक ही दिन में, मंगलवार को अभियान लाडेसर के तहत नागौर जिले में कुल 33 हजार 824 बच्चों की हैल्थ स्क्रीनिंग कर उनमें कुपोषण की जांच की गई।

अभियान की माॅनिटरिंग व रिपोर्टिंग के लिए नियुक्त जिला नोडल अधिकारी व बाल विकास परियोजना अधिकारी दुर्गासिंह उदावत ने बताया कि अभियान लाडेसर के तहत अब तक जिन 1 लाख 53 हजार 735 बच्चों की हैल्थ स्क्रीनिंग की गई, उनमें से 2 हजार 157 बच्चें कुपोषित श्रेणी में चिन्हित किए गए। वहीं अतिकुपोषित श्रेणी में कुल 71 बच्चे चिन्हित किए गए है। इसी प्रकार मंगलवार, 1 जून को किए गए हैल्थ सर्वे की बात करें तो एक दिन में 33 हजार 824 बच्चों की हैल्थ स्क्रीनिंग की गई, जिनमें से 410 बच्चे कुपोषित तथा 16 बच्चे अतिकुपोषित श्रेणी में पाए गए। इन अतिकुपोषित बच्चों को निकटवर्ती राजकीय चिकित्सा संस्थान के एमटीसी कार्ड में उपचार के लिए रैफर भी किया जा रहा है।

अभियान लाडेसर के तहत कुपोषित श्रेणी में चिन्हित किए गए बच्चों को लाडेसर पोषक किट वितरित किए जा रहे हैं, जिसमें स्थानीय स्तर पर भामाशाहों व समाजसेवी भी सहयोग कर रहे हैं। इसी प्रकार अभियान के तहत पूर्व में चिन्हित की गई एनीमिक किशोरी बालिकाओं को मेडिसिन किट भी वितरित किए जा रहे हैं।

तीन विभागों की संयुक्त टीम कर रही काम

जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी के नवाचार अभियान ‘‘लाडेसर‘‘ को सफलता के पायदान तक पहुंचाने का काम चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग तथा शिक्षा विभाग की टीम कर रही हैं। इन तीनों विभाग की संयुक्त हैल्थ टीम बच्चों में कुपोषण तथा किशोरी बालिकाओं में रक्त अल्पता की जांच कर रही है। जिला स्तर से मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. मेहराम महिया, महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक सिकरामाराम तथा मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी सम्तपराम इसकी माॅनिटरिंग कर रहे हैं। वहीं ब्लाॅक स्तर पर एनीमिक किशोरी बालिकाओं को मेडिसिन किट तथा कुपोषित बच्चों को ‘‘लाडेसर पोषक किट‘‘ वितरण का काम भी स्थानीय उपखण्ड अधिकारियों, विकास अधिकारियों, बीसीएमओ तथा सीडीपीओ व सीबीईओ के द्वारा उनके क्षेत्र में विभिन्न आंगनबाड़ी केन्द्रों पर किया जा रहा है। साथ ही साथ ही जिला एवं ब्लाॅक स्तर के अधिकारी अभियान के तहत चल रहे हैल्थ सर्वे का घरों तक पहुंचकर री-वेरिफिकेशन भी  कर रहे हैं।

अतिकुपोषित पाया गया सवा साल का नरेन्द्र, एम्बुलेंस से पहुंचाया एमटीसी वार्ड में

अभियान लाडेसर के तहत चल रहे हैल्थ सर्वे के दौरान गांव बासड़ा के आंगनबाड़ी केन्द्र में महिला एवं बाल विकास विभाग के सैक्टर जोधियासी की महिला पर्यवेक्षक दीपिका सोनी ने हैल्थ टीम के साथ यहां मौजूद बच्चों में कुपोषण की जांच की। इस दौरान एक बच्चा नरेन्द्र पु़त्र धनराज, आयु सवा साल जांच के दौरान अतिकुपोषित पाया गया। पर्यवेक्षक दीपिका सोनी ने नरेन्द्र के माता-पिता को समझाईश करते हुए उसे पंडित जेएलएन राजकीय अस्पताल के एमटीसी वार्ड यानी कुपोषण उपचार केन्द्र में भर्ती करवाने के लिए राजी किया। इसके बाद 108 एम्बुलेंस को बुलवाकर सवा साल के नन्हें-मुन्ने अतिकुपोषित नरेन्द्र को उसके अभिभावकों संग नागौर के पंडित जेएलएन राजकीय अस्पताल पहुंचवाया, जहां उसका एमटीसी वार्ड में उपचार होगा।