विनयएक्सप्रेस समाचार, जयपुर। ऑनलाइन पढ़ाने के लिए आज कई विकल्प मौजूद है, लेकिन पढ़ाई को जाँचने के लिए राजस्थान की एक स्टार्टअप कम्पनी बिजवर्स ट्रेड्स प्रा लिमिटेड ने एक एप परख बनाई है जिस पर कोई भी शिक्षक प्रचलित साधनों से अलग हट कर स्वयं अपने टेस्ट बना सकता है। हर टेस्ट एक कोड आधारित होता है जिसके माध्यम से विद्यार्थी उस टेस्ट को दे सकता है। ऐसे में विद्यार्थियों को किसी एक संस्था की एप को इस्तेमाल करने की बाध्यता नहीं रहती और परख पर उसका अपना अकाउंट जीवन पर्यंत रहता है। इस तरह ये विद्यार्थियों के लिए उनकी पूरी पढ़ाई तक हमेशा काम आ सकती है।
एप के फीचर्स रोजाना पढाई में बच्चों की बौद्धिक और ग्रहण करने की क्षमता का आंकलन करती है।
इसे ऑनलाइन या ऑफलाइन पढ़ाने वाले दोनों तरह के शिक्षकों के द्वारा इस्तेमाल किया जा सकता है। अध्यापकों के लिए ये एप काफी विश्वसनीय है । इसमें एक टेस्ट के दौरान के सभी नियंत्रण शिक्षक के हाथ में रहते है। साथ ही लोकेशन का इस्तेमाल कर के परीक्षा केन्द्र भी निर्धारित किये जा सकते है।
तकनीकी विकास के दौर में कुछ समृद्ध संस्थानों और शिक्षकों के पास ही नए संसाधन होते है,ऐसे में ये एप शिक्षा के क्षेत्र में सभी शिक्षकों के लिए समान अवसर देने वाला प्लेटफोर्म है। खास बात ये है की ये एप सभी शिक्षकों और संस्थानों से लिए निशुल्क है। शिक्षक अपने कंटेंट की फीस भी निर्धारित कर सकते है जो सीधे उनके बैंक अकाउंट में मिलती है। विद्यार्थियों के लिए भी एप निशुल्क है लेकिन कुछ फीचर्स का इस्तेमाल होने पर अकाउंट अपडेट करना पड़ता है, जो बेहद सस्ता है।
बिजवर्स ने ये दावा किया है की ये दुनिया का ऐसा पहला प्लेटफॉर्म है, जो सभी विषयों के शिक्षकों के उपयोगी है और उन्हें एक साथ एक मंच पर लाता है। कम्पनी ने 2 साल पहले ही अपने फीचर्स के लिए पेटेंट रजिस्ट्रेशन कर रखा है।
कोरोना के इस समय में जब पूरी दुनिया में पढ़ाई के लिए तकनीक पर जोर दिया जा रहा है तब, परख एप काफी कारगर सिद्ध हो रही है और रोजाना इसके यूजर तेजी से बढ़ रहे है।
गूगल प्ले स्टोर से परख एप्लीकेशन डाउनलाॅड करने के लिए निम्नांकित लोगो पर क्लिक करें।