1 से 19 साल तक के बच्चों को खिलाएंगे पेट के कीड़े मारने की दवा, मोप अप डे का होगा आयोजन, सरकारी व निजी स्कूलों में बच्चों को खिलाई जायेगी कृमि नाशक दवा
विनय एक्सप्रेस समाचार, पाली। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम के तहत प्रदेश में 4 सितम्बर को कृमि मुक्ति दिवस आयोजित कर 1 से 19 साल तक की उम्र के बच्चों और किशोर-किशोरियों को कृमि नाशक दवाई खिलाई गयी थी किंतु 4 सितंबर को दवा खाने से वंचित रहे बच्चों को 11 सितंबर सोमवार को एल्बेंडाजोल की खुराक खिलाई जाएगी।
सीएमएचओ डॉ.इंदर सिंह राठौड़ ने बताया कि जिले में 11 सितंबर सोमवार को मोप अप डे के अवसर पर पेट में कीड़े (कृमि) से निजात दिलाने वाली यह दवा सभी सरकारी-प्राइवेट स्कूलों, मदरसों, कॉलेज, प्रशिक्षण संस्थानों में विद्यार्थिेंयों को और गैर-स्कूली बच्चों को आंगनबाड़ी केन्द्रों पर निःशुल्क खिलाई जायेगी।
उन्होंने बताया कि
कार्यक्रम के तहत मॉप-अप राउंड 11 सितम्बर को आयोजित कर 4 सितंबर को दवा खाने से छूट गये बच्चों को दवा खिलाई जायेगी। सभी अभिभावक 11 सितम्बर को अपने बच्चों को सुबह खाना खिलाकर अवश्य भेजें। खाना खाने के बाद ही बच्चों को पेट के कीड़े मारने की दवा खिलाई जाएगी। पेट के कीड़े मारने की दवा का कोई भी विपरीत प्रभाव नहीं है। यह सुरक्षित है और इसे सभी बच्चों को खिलाया जा सकता है।
डॉ.राठौड़ ने बताया कि बच्चों के पेट में कृमि संक्रमण एक आम संक्रमण है जिसके कारण से पेट की आंतों में कृमि उत्पन्न होने से शरीर के पोषक तत्वों को वह खा जाते हैं और इसके कारण खून की कमी और कुपोषण के साथ ही बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। लाभार्थी बच्चों को कृमि नाशक दवा खिलाने के लिए व्यापक तैयारियां की जा रही है।