विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। जिला प्रशासन और महिला अधिकारिता विभाग द्वारा आयोजित सात दिवसीय संभाग स्तरीय अमृता हाट मेले का मंगलवार को समापन हुआ। मेले ने अंतिम दिन तक अनेक कीर्तिमान स्थापित किए। जहां बीकानेर के मेले ने प्रदेश में पहली बार 170 स्टॉल के साथ लगाए गए। वहीं इस बार 35 लाख रुपए से अधिक राशि के उत्पादों का विक्रय हुआ। यह भी प्रदेश स्तर पर कीर्तिमान है।
समापन समारोह के मुख्य अतिथि संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के पवन थे। उन्होंने कहा कि अमृता हाट मेला प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आई महिला स्वयं सहायता समूह के लिए बेहतर अवसर रहा। महिलाओं ने एक-दूसरे के उत्पादों को जाना और सीखा। इस आयोजन से महिलाओं के आत्मविश्वास में वृद्धि हुई। उन्होंने कहा आगामी मेले और अधिक भव्य तरीके से आयोजित किए जाएंगे।
जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने कहा कि राज्य सरकार का उद्देश्य अमृता हाट जैसे आयोजनों के माध्यम से महिला स्वयं सहायता समूहों को मंच उपलब्ध करवाना है, जिससे यह अपने उत्पाद बाजार में ला सकें। उन्होंने कहा कि महिलाएं अपने कौशल का उपयोग करें और अपने पैरों पर खड़ी होकर समाज के सर्वांगीण विकास में भागीदारी निभाएं। उन्होंने सहजन फली के पौधे के औषधीय गुणों के बारे में बताया। जिला कलेक्टर की पहल पर समस्त महिला स्वयं सहायता समूह को सहजन फली के पौधे वितरित किए गए।
बीएसएफ के महानिरीक्षक पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि अमृता हाट मेला एसएचजी की महिलाओं द्वारा घर पर तैयार किए गए उत्पादों को बाजार तक ले जाने का महत्वपूर्ण प्लेटफार्म है। उन्होंने बताया कि बीएसएफ ऑफिसर्स वाइफ्स वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा पहली बार यहां स्टॉल लगाया। मेले में इस स्टॉल के सर्वाधिक उत्पाद बिके।
महिला अधिकारिता विभाग की उपनिदेशक मेघारतन ने सात दिनों के कार्यक्रमों का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाने का काम किया गया।
इस अवसर पर संभागीय आयुक्त ने सर्वाधिक विक्रय वाली
बीएसएफ ऑफिसर्स वाइफ्स वेलफेयर एसोसिएशन के स्टाल को पुरस्कृत किया। वहीं सर्वश्रेष्ठ विक्रय वाले महिला स्वयं सहायता समूह के रूप में नागौर के जय संतोषी मां स्वयं सहायता समूह को पुरस्कार प्रदान किया। इस मेले में सर्वाधिक बिक्री सहित सर्वश्रेष्ठ साज-सजावट और सर्वश्रेष्ठ स्टॉल्स को पुरस्कृत किया गया। इस दौरान विभागीय कार्मिकों और मेले के आयोजन में सहयोग करने वाले विभागीय अधिकारियों को भी स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए।
कार्यक्रम में अतिथि के रूप में जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी नित्या के., अतिरिक्त संभागीय आयुक्त एएच गौरी, उपनिदेशक स्थानीय निकाय नरेंद्र पाल सिंह, महिला एवं बाल विकास विभाग की उपनिदेशक शारदा चौधरी, अतिरिक्त जिला कलेक्टर (शहर) पंकज शर्मा, बीएसएफ के कमांडेंट आलोक शुक्ला, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मोहम्मद अबरार पवार, सहायक निदेशक (जनसंपर्क) हरि शंकर आचार्य, रोटरी क्लब के प्रेम जोशी बतौर अतिथि मौजूद रहे।
जिला उद्योग केंद्र की महाप्रबंधक मंजू नैण गोदारा ने आगंतुकों का आभार जताया। कार्यक्रम का संचालन ज्योति प्रकाश रंगा ने किया।
इस अवसर पर बीएसएफ के बैंड द्वारा देशभक्ति से ओतप्रोत गीतों की प्रस्तुति दी गई। नव्या भटनागर ने लोक नृत्य तथा स्थानीय कलाकारों ने लोक गीत प्रस्तुत किए।
इस अवसर पर महिला अधिकारिता विभाग के संरक्षण अधिकारी सतीश पडिहार, विजयलक्ष्मी जोशी, रोटरी क्लब के पुनीत हर्ष, अमित नवल और राहुल माहेश्वरी सहित विभिन्न महिला स्वयं सहायता समूहों के सदस्य और आमजन मौजूद रहे।