बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति एवं अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद की सार्वभौमिक मानवीय मूल्यों की राष्ट्रीय समिति के चेयरमैन हैं प्रोफ़ेसर चारण
भारतीय वास्तुकला को आधार बनाकर वैश्विक मानकों के अनुरूप हो विकसित पाठ्यक्रम : प्रो. चारण
विनय एक्सप्रेस समाचार ,बीकानेर। भारत की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू एवं स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर की विजिटर द्वारा बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति एवं अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद की सार्वभौमिक मानवीय मूल्यों की राष्ट्रीय समिति के चेयरमैन प्रो.एचडी चारण को स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर,भोपाल (मध्य प्रदेश) के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स का पांच वर्षो के लिए चेयरपर्सन नियुक्त किया है। इस संबंध में केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय,नई दिल्ली भारत सरकार की उप सचिव वीणा दुंगा ने प्रो.चारण के नियुक्ति के आधिकारिक आदेश जारी किए है।
इस अवसर पर प्रो.चारण ने कहा कि उनका उद्देश्य रहेगा की स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के चेयरपर्सन के रुप में अपेक्षित और गुणात्मक सुधारों पर वह काम करेगें। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप देश में आर्किटेक्चर की शिक्षा के लिए उत्कृष्ट वातावरण तैयार करने के लिए बहुत ही दूरदर्शिता और मजबूत नीति के साथ काम करने की अवश्यकता हैं। उनका प्रयास रहेगा की राष्ट्रीय शिक्षा नीति की मंशानुरूप, आर्किटेक्चर पाठ्यक्रमों के आधार मे भारतीय वास्तुकला को रखना होगा जो हमारी प्रकृति एवम् संस्कृति के अनुरूप हो। प्रकृति की पोषक हो, संरक्षक हो एवम् इकोफ्रेंडली हो। साथ ही साथ वैश्विक मानकों समतुल्य हो । प्रो चारण विभिन्न संगठनों, समितियों में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके हैं। इस अवसर पर शुभचिंतकों ने उन्हें बधाईयां और शुभकामनाए प्रदान की एवं राजस्थान राज्य से जुड़ी इस महत्वपूर्ण नियुक्ति के लिए विभिन्न शिक्षा संगठनों, शिक्षाविदो और हितधारको ने हर्ष व्यक्त किया।
गौरतलब हैं की राज. प्रदेश की उच्च एवं तकनीकी शिक्षा में बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति रहते हुए मानवीय मूल्यों की अवधारणा से अवगत कराने और इसके राष्ट्रीय स्तर पर सफल क्रियान्वयन का श्रेय प्रो. एचडी चारण को जाता हैं, जिसे राष्ट्रीय स्तर और प्रदेश की तकनीकी शिक्षा में नैतिक उन्नयन के नवाचार के रूप में रेखांकित किया गया है। साथ ही वर्तमान में पूर्व कुलपति प्रो. चारण इस यूनिवर्सल ह्यूमन वेल्यू की राष्ट्रिय समिति के चेयरमैन भी है। वर्तमान में प्रो चारण व्यापक कार्ययोजना के साथ मानवीय मूल्यों की शिक्षा को उच्च शिक्षा का अनिवार्य हिस्सा बनाने में लगे हैं। देश के 150 से अधिक विश्वविद्यालयों मानवीय मूल्यों की शिक्षा पर कार्य चल रहा है। मानवीय मूल्यों में माइनर डिग्री पाठ्यक्रम भी तैयार किया गया है जिसे अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद ने मान्यता प्रदान ही है एवम् कोई भी विद्यार्थी इसे पढ़ सकते है।