विनय एक्सप्रेस समाचार, भरतपुर। कृषि महाविद्यालय द्वारा ‘मेरा गाॅंव-मेरा गौरव‘ योजना के तहत गोद लिये गाॅव नगला मैंथना तहसील कुम्हेर में वैज्ञानिक पशु
प्रबंधन एवं रोग निदान विषय पर मंगलवार को कृषक गोष्ठी का आयोजन किया
गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुऐ महाविद्यालय के डीन डाॅ. उदयभान सिंह ने
कहा कि खेती और पशुपालन एक दूसरे के पूरक हैं। हमें अच्छी नस्ल की भैंस
जैसे मुर्रा, भदावरी तथा गाय जैसे गिर, साहीवाल, हरियाणवी आदि का पालन
करना चाहिए ताकि अच्छा उत्पादन व आर्थिक लाभ मिल सके। गाॅव में दुग्ध
उत्पादक संघ बनाकर दूध की अच्छी कीमत प्राप्त की जा सकती है।
डाॅ.राजकुमार मीना सहायक प्रोफेसर पशुपालन ने वर्षा ऋतु में पशुओं में
लगने वाले रोग जैसे खुरपका मुॅंहपका, गल घोंटू, लंगडा बुखार, थनैला आदि
रोगों के निदान एवं टीकाकरण की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि
संतुलित भोजन से पशु स्वस्थ रहते हैं तथा अच्छा उत्पादन देते हैं। गाॅव
गोद के प्रभारी डाॅ देवेन्द्र कुमार मीना ने वीडियो फिल्म दिखाकर बताया
कि पशुओं के पेट के कीडें, जुंआ, चीचडी आदि की रोकथाम जरुरी है। भेड व
बकरी पालन की भी जानकारी दी गयी।
इस अवसर पर महाराज सिंह, अतरसिंह, मांगी, लाखन सहित 70 कृषक व कृषक
महिलाऐं उपस्थित थी।