सिंगल यूज प्लास्टिक के विकल्प अपनाऐं और स्वस्थ भविष्य बनाऐं – जिला कलक्टर
विनय एक्सप्रेस समाचार, भरतपुर। जिला कलक्टर आलोक रंजन की अध्यक्षता में सिंगल यूज प्लास्टि की रोकथाम के संबंध में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक आयोजित हुई जिसमें सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रतिबंधित उत्पादों के उपयोग पर चर्चा की गई।
बैठक में जिला कलक्टर ने बताया कि सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूर्णतया प्रतिबंध लगाया जा चुका है और अधिकारियों को चाहिये कि वे अपने अपने संबंधित क्षेत्रों में इस तरह के प्लास्टिक के उपयोग न करने हेतु सिंगल यूज प्लास्टिक के विकल्प अपनाने के लिये आमजन व दुकानदारों को जागरूक करें इसके लिये संबंधित विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी अपने अपने क्षेत्रों में जनजागरूकता पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने कहा इस प्लास्टिक के उपयोग से पर्यावरण तो दूषित होता ही है और इसके साथ ही आमजन में बीमारियों का खतरा बढ जाता है। उन्होंने कहा कि अधिकांश इस तरह के प्लास्टिक शादी विवाह आदि समारोहों में बडे स्तर पर उपयोग में होता है ऐसे में हम सबकी जिम्मेदारी बनती है कि पर्यावरण को शुद्व रखने में अपनी महति भूमिका निभाऐं।
बैठक में बताया गया कि सरकार द्वारा प्रतिबंधित सिंगल यूज प्लास्टिक में प्लास्टिक स्टिक वाले ईयर बड्स, गुब्बारों के लिये प्लास्टिक की डंडियां, प्लास्टिक के झंडे, कैंडी स्टिक, आईस्क्रीम की डंडियां, थर्मोकाल की सजावटी सामग्री, प्लेटें, कप, गिलास, कांटे चम्मच, चाकू, स्ट्रा, टेª, मिठाई के डिब्बे, निमंत्रण कार्ड और सिगरेट पैकेट के ईर्द-गिर्द लपेटने वाली सामग्री , 100 माइक्रोन से कम मोटाईवाले प्लास्टिक एवं पीवीसी बैनर तथा स्ट्रिरर आदि पर प्रतिबंध लगाया गया है।
इन सामानों का करें उपयोग
उन्होंने बताया कि प्रतिबंधित सिंगल यूज प्लास्टिक सामान के स्थान पर लकडी व बांस से बने स्टिक वाले ईयर बड्स, गुब्बारों के लिये लकडी या बांस की डंडिया, कपउे व कागज के झंडे, लकडी व बांस की स्टिक, लकडी व बांस की डंडियां, कागज, कपडे व पेड पौधों की पत्तियों की सजावटी सामग्री, स्टील , सिरामिक, कांच की प्लेटें, कप गिलास, कम्पोस्टेबल, बायोडिग्रेडेबल प्लास्टिक के सामान, पेड पौधों की पत्तियों से बने पत्तल व दौने, स्टील, बांस, सिरामिक तथा गन्ना फाइबर से बने कांटे व चम्मच, लकडी, स्टील एवं कम्पोस्टेबल , बायोडिग्रेडेबल प्लास्टिक से बने चाकू, कागज, बांस, कम्पोस्टेबल बायोडिग्रेडेबल प्लास्टिक से बनी स्ट्रा , स्टील, कांच, कम्पोस्टेबल बायोडिग्रेडेबल प्लास्टिक से बनी ट्रे, कम्पोस्टेबल बायोडिग्रेडेबल प्लास्टिक से बनी फिल्में, कपडे, कागज के बैनर तथा 100 माइक्रोन से अधिक मोटाई वाले प्लास्टिक अथवा पीवीसी बैनर एवं लकडी व स्टील के स्ट्रिरर आदि का उपयोग किया जा सकता है।
बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीनिधि बीटी, नगर निगम आयुक्त कमलराम मीणा, विवके गोयल क्षेत्रीय अधिकारी राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मण्डल, प्रादेशिक परिवहन अधिकारी सतीश कुमार, रीको ,पुलिस विभाग अधिकारियों के अलावा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष संजीव गुप्ता, मैरिज होम एसोसियेशन के अध्यक्ष सतीश चन्द्र गुप्ता, सचिव जितेन्द्र गोयल सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।