विनय एक्सप्रेस समाचार, भरतपुर। जिला कलक्टर आलोक रंजन ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में सभागार में मेरिज होम संचालकों और व्यापार मंडल पदाधिकारियों के साथ बैठक कर एकल प्रयोग प्लास्टिक पर गत 1 जुलाई से लगे प्रतिबंध को पूर्ण सफल बनाने के लिये सहयोग मांगा, इस पर बैठक में उपस्थित सभी लोगों ने इस पर जन जागरूकता लाने का संकल्प जताया।
सम्बन्ध में जिला कलेक्टर के निर्देश पर प्रदूषण नियंत्रण विभाग के क्षेत्रीय अधिकारियों द्वारा नये नियमों के सम्बंध में विस्तार से अवगत कराया। गत 1 जुलाई से प्रतिबंधित सभी वस्तुओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। कलेक्टर ने बताया कि नियमों का पालन करना हम सब की जिम्मेदारी है। यह प्रदूषण नियंत्रण और पर्यावरण संरक्षण दोनों लिहाज से महत्वपूर्ण है। समझाइश और जुर्माना दोनों साथ-साथ चलेंगे। जिला कलक्टर ने उपस्थित सभी लोगों के सुझाव लिये एवं कहा कि आमजन व व्यापारी जब प्रतिबंधित प्लास्टिक का प्रयोग नहीं करेंगे तभी नगर निगम शहर को सुन्दर व सिंगल यूज प्लास्टिकमुक्त बना सकता है। संजीव गुप्ता ने कहा कि जिला कलक्टर महोदय द्वारा व्यापारियों की समस्या सुनने एवं इस बैठक को आयोजित करने के लिए धन्यवाद दिया। प्रतिबंधित एकल प्रयोग प्लास्टिक के प्रतिबंध से सभी व्यापारी सहमत हैं एवं सभी बाजार संघों मैरिज होम ऐशोसियेशन द्वारा प्रतिबंधित वस्तुओं का प्रयोग न करने हेतु एवं आमजन को जागरूक करने हेतु आस्वासन दिया गया तथा नागरिकों द्वारा कहा गया कि नगर निगम द्वारा गठित निगरानी दल का पूर्ण सहयोग किया जावेगा। बैठक को संबोधित करने हेतु आयुक्त नगर निगम कमलराम मीना ने एकल प्रयोग प्लास्टिक का प्रयोग न करने एवं पर्यावरण को बचाने हेतु आवश्यक प्रयासों के बारे में बताया गया साथ ही बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि नगर निगम सभी को जागरूक करने के लिये अभियान चला रहा है। अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) श्री रघुनाथ खटीक ने बताया कि प्रशासन एवं आमजन के सहयोग से एकल प्रयोग प्लास्टिक शहर से पूर्णतः समाप्त करनी है।
बैठक में बाजार समिति अध्यक्ष श्री संजीव गुप्ता एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे। साथ ही शहर के मैरिज होम एसोशिएशन के सचिव श्री जितेन्द्र गोयल भी मौजूद रहे तथा सभी पदाधिकारी एकल प्रयोग प्लास्टिक का प्रयोग नहीं करेंगे। प्रशासन पूर्ण सहयोग करेंगे।
बैठक में सुजान गंगा की सफाई, सफाई व्यवस्था, डोर टू डोर कचरा संग्रहण के विस्तार और सुधार, शहर के कुछ हिस्सों में जलभराव, अतिक्रमण, ड्रैनेज सिस्टम, सीवरेज लाइन और इससे कनेक्शन एनसीआर के नये मास्टर प्लान की संभावित स्वीकृति के बाद जिले में आने वाले संम्भावित बदलाव और विकास की सम्भावना बच्चों को सफाई के सम्बंध में जागरूक बनाने पर भी संवाद हुआ।