विनय एक्सप्रेस समाचार, भरतपुर। जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक शुक्रवार को जिला कलेक्टर आलोक रंजन की अध्यक्षता में कलेक्टर सभागार में सम्पन्न हुई। उन्होंने विभागीय योजनाओं की समीक्षा कहते हुए कहा कि स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण विभाग के कार्यों में लापरवाही या उदासीनता कतई क्षम्य नहीं होगा। बैठक में जिला कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और चिकित्सा संस्थानों के प्रभारियों को यह सुनिश्चित करने के आदेश दिए कि कोई भी योग्य और जरूरतमंद व्यक्ति स्वास्थ्य विभाग की किसी योजना के लाभ से वंचित नही रह पाए। उसकी यह शिकायत नही आई चाहिए कि उसे अस्पताल में दवा न, जांच ,उपचार और प्रोत्साहन राशि नही मिली। उन्होंने मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना, जांच योजना की समीक्षा करते हुए दवाओं की उपलब्धता करवाने, पर्चियों की एंट्री उसी दिन ही करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने समस्त सीएचसी प्रभारियों को अस्पतालों में चिरंजीवी योजना के तहत ज्यादा से ज्यादा लोगों को उपचार का लाभ लेने के निर्देश दिए। साथ ही अब तक रजिस्ट्रेशन से छूटे परिवारों का रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिए। उन्होंने 2 अक्टूबर को आयोजित होने वाली चिरंजीवी ग्राम सभा में जाकर योजना का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार कर लोगों को जागरूक करना तथा अधिक से अधिक वंचित परिवारों को योजना से जोडने के निर्देष भी प्रदान किये।
निःशुल्क दवा योजना की समीक्षा करते हुए सभी को निर्देशित किया गया कि सभी चिकित्सा संस्थान पर राज्य सरकार द्वारा निर्धारित दवाईयों का इण्डेन करें एवं सभी निःशुल्क दवा वितरण केन्द्रों पर सभी दवाईयां उपलब्ध हों। जिससे मरीजों को सभी दवाईयां आसानी से उपलब्ध होें। किसी भी स्थिति में दवाओं की अनुपलब्धता नहीं होनी चाहिए तथा एनए हिट नहीं होने चाहिए। डाॅ0 किसी भी मरीज को बाहर की दवाईयां नहीं लिखें। साथ ही वाउचर की एंट्री शत प्रतिशत ऑनलाइन करने हेतु निर्देश दिए गए।
बैठक में सीएमएचओ डॉ लक्ष्मण सिंह ने प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए समीक्षा की। बैठक में कोविड टीकाकरण, संस्थागत प्रसव की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए। बैठक में परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत आयोजित किए जा रहे शिविरों में ज्यादा से ज्यादा केस करवाने के लिए निर्देशित किया गया। सभी को निर्देषित किया कि जिन योजनाओं में ब्लॉक पिछड़ रहे हैं, वे अपने-अपने चिकित्सा संस्थानों का रिव्यू करें। संस्थागत प्रसव, एएनसी चैकअप आदि कार्य में कई चिकित्सा संस्थानों पिछले वित्तीय वर्ष से गिरावट आ रही है, उनमें सुधार किया जाए। बीसीएमओ अपने-अपने ब्लॉकों का निरंतर सुपरविजन करें, इससे हम यह जान सकते हैं कि कहां कमी आ रही है। उन्होंने प्रभावी मॉनिटरिंग करते हुए संस्थागत प्रसव, एएनसी, पूर्ण टीकाकरण, जेएसवाई, राजश्री योजना हेतु निर्धारित लक्ष्यानुरूप कार्य किये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने स्वास्थ्य संबंधी जन कल्याणकारी योजनाओं की लाईन लिस्टिंग पर चर्चा करते हुए क्रियान्विति किये जाने हेतु निर्देशित किया।
बैठक में चिकित्सा विभाग के जिला स्तरीय अधिकारियों सहित डीटीओ, वर्टिकल प्रोग्राम प्रभारी, डब्ल्यूएच्ओ प्रतिनिधि, खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारी, खण्ड कार्यक्रम प्रबंधक, सीएचसी प्रभारियों एवं इंचार्ज ने भाग लिया।