विनय एक्सप्रेस समाचार, भरतपुर। जिला कलक्टर आलोक रंजन ने सोमवार को सेवर ब्लॉक केे शहीद सूबेदार खिलौना सिंह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय तुहिया का आकस्मिक निरीक्षण किया जिसके तहत मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना एवं निशुल्क यूनिफॉर्म वितरण योजना का जायजा लेने के साथ ही विद्यालय में कक्षा 10वीं व 12वीं के विद्यार्थियों से संवाद किया तथा उनकी रूचि, विषयों एवं समस्याओं के बारे में चर्चा की।
जिला कलक्टर रंजन ने इस दौरान भूगोल विषय के बारे में लगभग 30 मिनट तक विद्यार्थियों को बोर्ड पर समझाया एवं संवाद किया, छात्र-छात्राओं ने आत्मविशवास के साथ उनके प्रश्नों के उत्तर दिये इसके साथ ही अन्य विषयों के बारे मे भी जानकारी लेकर शिक्षा की गुणवत्ता का जायजा लिया। उन्होंने विद्यालय के कक्षा-कक्षों में विद्यार्थियों से संवाद के दौरान विद्युत व्यवस्था का अभाव देखा जिसके कारण कक्षा-कक्षों में पर्याप्त रोशनी नहीं होना पाया गया जिस पर उन्होंने गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रधानाचार्य को आगामी दो दिवस में कक्षा-कक्षों में पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था हेतु बल्ब एवं ट्यूबलाइट की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए ताकि विद्यार्थियों को अध्ययन में कोई बाधा न हो। विद्यार्थियों से संवाद के दौरान उन्होंने पाया कि स्कूल में शिक्षा का स्तर कमजोर है जिस पर उन्होंने प्रधानाचार्य को शिक्षा के स्तर को सुधारने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने बालक-बालिकाओं से स्कूल में पेयजल की उपलब्धता और शौचालयों के बारे में भी जानकारी ली जिस पर शौचालयों में साफ सफाई एवं स्कूल परिसर में वर्षाजल भराव की शिकायत मिली जिस पर प्रधानाचार्य को निर्देशित किया कि विद्यार्थियों को पेयजल की उपलब्धता के साथ-साथ शौचालयों की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें।
निरीक्षण के दौरान जिला कलक्टर ने छात्र-छात्राओं से निःशुल्क यूनिफॉर्म वितरण योजना के तहत दिये गये कपड़े एवं उसकी सिलाई के पैसों के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने स्कूल में मिड डे मील के तहत दिए जाने वाले पोषाहार एवं मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना के तहत बच्चों को दिए जाने वाले दूध की गुणवत्ता की जानकारी के बारे में भी बच्चों से पूछा और वहां की व्यवस्थाओं को देखा। इस दौरान उन्होंने भोजन पकाने वाली महिलाओं को निर्देश दिये कि भोजन पकाते समय साफ-सफाई एवं गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें। उन्होंने स्कूल परिसर मे भ्रमण कर वहॉ की व्यवस्थाओं का अवलोकन करने पर पाया कि खेल मैदान में कई जगह कचरे के ढे़र पडे हुये थे इस पर उन्होंने प्रधानाचार्य को खेल मैदान व परिसर की साफ-सफाई व्यवस्था सुनिश्चित कराने और स्कूल में कचरा पात्र लगवाने के निर्देश दिये।