राजीविका की जिला स्तरीय आजीविका समन्वय समिति की त्रैमासिक समीक्षा बैठक आयोजित

विनय एक्सप्रेस समाचार,नागौर। राजीविका की जिला स्तरीय आजीविका समन्वय समिति की त्रैमासिक समीक्षा बैठक शुक्रवार को जिला कलक्ट्रेट सभागार में जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। जिसमें जिले में राजीविका के अंतर्गत संचालित विभिन्न योजनाओं यथा स्वयं सहायता समूह व अन्य संगठन निर्माण क्रेडिट लिंकेज तथा लाइवलीहूड (आजीविका) गतिविधियों पर विस्तृत चर्चा की गई।


जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने निर्देश देते हुए कहा कि गत त्रैमासिक आंवटित लक्ष्यों को वर्ष के आगामी महीनों में शामिल कर समानुपातिक रूप से कार्य योजना बनाई जा कर लक्ष्य अर्जन पर विशेष ध्यान दिया जाएं। राजीविका के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र की गरीब एवं वंचित वर्ग की महिलाओं के जीवन स्तर में सामूहिक रूप से प्रयास किए जा कर सुधार लाया जा सकता है। इस प्रकार एक मिशनरी भावना के साथ इन कार्याे को संपादित किया जाएं।

जिला परियोजना प्रबंधक जितेन्द्र शर्मा ने बताया कि जिले में 3400 स्वयं सहायता समूह गठित किए जा कर लगभग 42 हजार महिलाओं को राजीविका की गतिविधियों से लाभान्वित किया गया है एवं इन्हें लगभग 8.5 करोड़ रूपये का रिवाॅलिवग फण्ड व कम्यूनिटी इन्वेस्टमेंट फण्ड उपलब्ध करवाया जा कर आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का प्रयास किया गया है। वहीं जिले के कुचामन, मूण्डवा एवं मकराना ब्लाॅक लाइवलीहूड गतिविधियों के अंतर्गत कृषि सखी व पशु सखी के माध्यम से आजीविका गतिविधियों पर कार्य किया जा रहा है। जिसके अन्तर्गत ब्लाॅक कुचामन व मूण्डवा में 4200 पशुओं को डी-वर्मिग तथा 3771 पशुओं का टीकाकरण 342 बकरों का बाध्यकरण राजीविका व पशु पालन विभाग द्वारा कैम्प लगाकर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को लांभावित किया गया। जिला कलक्टर द्वारा इस कार्य में सहयोगी विभागों यथा पशुपालन विभाग एवं कृषि विभाग, डेयरी विभाग के साथ समुचित समन्वय बनाकर संगठित प्रयास करने के निर्देश दिए गए, ताकि सरकार की विभिन्न योजनाओं का समुचित लाभ इन लक्षित वर्ग की महिलाओं को प्राप्त हो सके। बैठक में क्रेडिट लिंकेज के संदर्भ में चर्चा के दौरान जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक को निर्देश दिए गए कि वह बैंकों में लंबित बचत खाता एवं ऋण के आवेदनों का शीघ्र निस्तारण करावे। जिला कलक्टर द्वारा राजीविका के अंतर्गत आदर्श एसएचजी एवं ग्राम संगठन चिन्हित करने के निर्देश दिए गए, जिनके माध्यम से महिलाओं ने कोई विशेष उपलब्धि अर्जित की हो।


बैठक के दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चौधरी, कृषि विभाग के उप निदेशक डाॅ. शंकरराम बेड़ा, पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डाॅ. जगदीश बरवड़, डीडवाना सीडीपीओ मनोज चैधरी एवं आरएसएलडीसी डीएससी अजय कुमार जांगिड़ तथा मूण्डवा व मेड़ता विकास अधिकारी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।