विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। श्री सनातन धर्म साधना पीठ द्वारा पण्डित भाईश्री के आचार्यत्व में दिनांक 07.08.2021 से दिनांक 26.08.2021 तक स्थानीय दीनदयाल उपाध्याय शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में 15 दिवसीय 7वें निःशुल्क संध्या प्रशिक्षण शिविर का समापन समारोह आयोजित किया गया।
वर्तमान में सनातन धर्म को मानने वाले लोग जो अपनी जड़ों से किन्हीं भी वजहों से दूर होते जा रहे हैं, ऐसे पात्र लोगों को वापिस धर्म की मूलधारा में लौटा लाने का प्रयास इस संस्था द्वारा निःशुल्क संध्या शिविर का आयोजन करके किया जा रहा है। इस शिविर में 7 वर्ष से लेकर 70 वर्ष तक के लोगों ने शामिल होकर इस शिविर का लाभ उठाया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए शिवबाड़ी मठ के अधिष्ठाता स्वामी विमर्शानन्द जी महाराज ने कहा कि आज इंटरनेट के इस जमाने मे जिस तरह कम्प्यूटर में वायरस आ जाने पर उसे हटाने पर ही वह कार्य करता है, उसी प्रकार आज मानव के शरीर में भी झूठ, लालच, प्रपंच, क्रोध, मोह आदि के वायरस घर कर गये हैं, उन्हें परमानेंट डिलीट करने पर ही मानव शरीर रूपी यह सिस्टम काम करेगा, और इसका सबसे अच्छा एण्टी वायरस है, अपने तन और मन दोनों को प्रभु भक्ति में निहित कर हमारे पूर्वजों द्वारा बताये गये संस्कारो को अपनाकर उन पर अमल लाना होगा और अपने आपको सद्मार्ग पर ले जाना। उन्होंने कहा की जिन भी प्रशिक्षणार्थियों ने संध्या करनी सीख ली है, वे इसे अपने प्रतिदिन करने लग जाएंगे तो निश्चित ही उनका यश और प्रभाव जल्द ही फ़ैल जाएगा।
इसी कड़ी में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रामझरोखा कैलाशधाम आश्रम के महामण्डलेश्वर 108 स्वामी श्री सरजूदास जी महाराज ने कहा कि आपको अपने आस पास आने वाले तमाम नकारात्मक विचार वाले लोगों से समय रहते हुए दूरी बना लेनी चाहिये। अगर आप किसी को अपना मित्र मानते हो और वह मित्र अगर आपके पहनावे, वेश-भूशा का परिहास करता है तो आपकेा उसकी मित्रता तुरन्त छोड़ देनी चाहिये। ऐसे लोग आपकी प्रशस्ति में अवरोधक है।
इसी कड़ी में मून गिरी बाबा गुफा के अधिष्ठाता एवं सर्व साधु सेवा समिति बीकानेर के निवर्तमान अध्यक्ष श्री महंत सुभाष गिरी जी महाराज ने संध्योपासना के हो रहे ऐसे शिविरों पर अपनी प्रसन्नता जताई।
अंत में संध्योपासना प्रशिक्षक पण्डित भाईश्री ने अपने व्यक्तित्व में कहा कि उन्होंने समाज के सभी हिस्सों में जाकर सन्ध्योपासना शिविर आयोजित करने का विचार कर लिया है। ऐसे शिविरो से ही सनातनी भाइयों में सकारात्मक चेतना का संचार होगा। हिन्दू धर्म के अनुसार किये जाने वाले किसी भी पाठ या जप तप का तब तक लाभ नहीं मिल सकता, जब तक आपके द्वारा संध्योपासना ना की गई हो।
अंत में महाविद्यालय के श्री कन्हैयालाल जी जोशी, एसडीपी स्कूल के श्री केशव पुरोहित ने पधारे हुए संतो को शाॅल, श्रीफल, मोमेंटो देकर उनका सम्मान किया। सभी प्रशिक्षणार्थियों को अतिथियों द्वारा संध्या के पात्र, पुस्तक व सर्टिफिकेट देकर उनका उत्साह वर्धन किया गया।
कार्यक्रम में योगेश बिस्सा, गोविन्द चूरा, मूलसिंह राठौड़, मुरली पुरोहित, आनन्द सारस्वत, तेजकरण चूरा, पुनीत बिस्सा आदि उपस्थित रहे। मंच संचालन पवन राठी ने किया।