सफलता की कहानी : बूढी दादी का सहारा बनी पालनहार योजना

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा संचालित पालनहार योजना छत्तरगढ़ के दामोलाई निवासी बूदी दादी नाथी देवी पत्नी धन्नाराम का सहारा बनी। प्रशासन गांवों के संग अभियान के दौरान नाथी के तीन पोते-पोतियों का नाम पालनहार योजना में जोड़ा गया। बच्चों के पिता का निधन हो जाने तथा माता के नाते चले जाने के बाद तीनों बच्चों के पालन-पोषण की जिम्मेदारी बूढी दादी के कंधों पर आ गई। शिविर की जानकारी मिलने पर वह शिविर में पहुंची और पात्रता की जानकारी मिलने पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा सभी औचारिकताएं शिविर के दौरान ही पूरी करते हुए रविशंकर, किरण और ताराचंद को नाम इस योजना के तहत जोड़ दिया। अब वह आत्मसम्मान के साथ बच्चों का पालन पोषण कर सकेगी।

बीस साल बाद सच हुआ रतनाराम का सपना
बीकानेर। प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत लूणकरणसर के खिंयेरा में आयोजित शिविर के दौरान रतनाराम की 20 वर्ष पुरानी समस्या का निस्तारण हो गया। शिविर में पहुंचकर रतनाराम पुत्र सुरजाराम ने नाम दुरूस्ती का आवेदन किया। उसने बताया कि राजस्व रिकाॅर्ड में नाम अशुद्ध होने के कारण वह सरकार की विभिन्न योजनाओं के लाभ से वंचित है। उसके आवेदन पर नियम सम्मत कार्यवाही तत्काल करते हुए उसे राहत पहुंचाई गई तो मानो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उसने बताया बह बीस वर्षों से अपनी समस्या के समाधान के लिए भटक रहा था। भला हो राज्य सरकार का कि, यह शिविर आयोजित किया और यह सौगात मिली।