रुक्टा ने शिक्षा संकुल जयपुर पर दिया राज्यस्तरीय धरना : प्रदेश भर के कॉलेजों से बड़ी संख्या में शिक्षक धरने में हुए शामिल

मांगे नहीं मानी गई तो दीपावली बाद तेज होगा आंदोलन

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। रूक्टा की केंद्रीय कार्यकारिणी के आह्वान पर कॉलेज शिक्षकों को लंबे समय से लंबित कैरियर एडवांसमेंट स्कीम (सीएएस) के लाभ नहीं दिए जाने के मुद्दे पर 29 अक्टूबर 2021 को शिक्षा संकुल जयपुर पर धरना देकर आक्रोश व्यक्त किया। धरने में रुक्टा अध्यक्ष डॉ.जगतपाल सिंह,महामंत्री डॉ विजय कुमार एरी, संयुक्त सचिव डॉ.रमेश बैरवा एवं केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य डॉ.अरविंद वर्मा, डॉ.शक्ति सिंह शेखावत,डॉ.राम नारायण मीणा,डॉ भरत मीणा,डॉ रोहिताश महला,डॉ श्रीधर शर्मा, डॉ रामलाल बैरवा,डॉ अशोक मीणा एवं  डॉ.नरेंद्र परेवा,डॉ.सुमेर सिंह बैरवा,मल्लू राम मीणा, डॉ मानसिंह मीणा,डॉ नरेंद्र नाथ सहित प्रदेश भर के कॉलेजों से बड़ी संख्या में कॉलेज शिक्षक शामिल हुए।मांगे नहीं मानी गई तो दीपावली बाद तेज होगा आंदोलन।

डॉ विजय कुमार एरी सहित धरने पर वक्ताओं ने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत बार-बार सभी विभागों में पदोन्नति प्रकरणों के निस्तारण के निर्देश दे चुके हैं,साथ ही उन्होंने सभी मंत्रियों को भी निर्देशित किया है कि वह अपने विभाग में कार्यरत कर्मचारी संगठनों से वार्ता कर उनकी समस्याओं का निस्तारण करवाएं। उसके पश्चात भी त्रिवेदी समिति की रिपोर्ट फरवरी 2020 में प्रस्तुत हो जाने के बाद भी और विश्वविद्यालय शिक्षा में  सातवें वेतनमान का विनिमय जुलाई 2018, अगस्त 2020 में लागू कर दिए जाने के बाद भी आज दिनांक तक कॉलेज शिक्षा संवर्ग हेतु सातवें वेतनमान की अनुशंसाएं जुलाई 2018 लागू नहीं की गई। संगठन बार-बार उचित स्तर पर इन्हें लागू करने के लिए मांग करता रहा है।

उच्च शिक्षा विभाग ने सीएएस हेतु 30 जनवरी 2018 तक के प्रकरणों को भी सम्मिलित करते हुए आवदेन  जुलाई 2019 में आवेदन मांगे थे। इन आवेदनों को राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा फरवरी 2021 में अनुमोदित कर दिया गया है। इसके उपरांत आज तक सरकार की तरफ से कॉलेज शिक्षकों के लिए सीएएस के लाभ की घोषणा नहीं की गई हैं। इससे शिक्षकों को लाखों रुपए का आर्थिक नुकसान हो रहा है। इसलिए मजबूरन संगठन को धरने का रास्ता चुनना पड़ा है। प्रशासन तक अपनी बात पहुंचाने के लिए यही एक लोकतांत्रिक तरीका है। धरने में डूंगर कॉलेज से डॉ. नरेंद्र नाथ, डॉ. विमल गौड़, डॉ. सत्यनारायण जाटोलिया, डॉ. सुरेश वर्मा, डॉ. राजाराम, डॉ. हेमेंद्र भंडारी, श्री राजपाल सहित बड़ी संख्या में कॉलेज शिक्षक शरीक हुए।