डेयरी व्यवसाय से पशुपालक आत्मनिर्भर बने : प्रो. (डॉ.) धूड़िया
विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर : रिपोर्ट : भैराराम तर्ड राजस्थान पशुचिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, बीकानेर के पशु विज्ञान केंद्र, लूणकरनसर द्वारा आत्मा योजना के अंतर्गत डेयरी प्रबंधन विषय पर दो दिवसीय संस्थागत प्रशिक्षण शिविर का आयोजन दिनांक 11 व 12 नवम्बर 2021 को पशु विज्ञान केंद्र, लूणकरनसर में किया गया। प्रशिक्षण शिविर को ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग माध्यम से संबोधित करते हुए निदेशक प्रसार शिक्षा राजुवास प्रो. (डॉ.) राजेश कुमार धूड़िया ने आए हुए सभी पशुपालकों को वैज्ञानिक तरीके से डेयरी प्रबंधन एवं उद्यमिता पर विशेष ध्यान देने के लिए प्रेरित किया। केंद्र के प्रभारी अधिकारी डॉ. अमित कुमार ने वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए आए हुए सभी पशुपालकों का स्वागत व्यक्त किया। आमंत्रित विशेषज्ञ डॉ कुलदीप चौधरी नोडल अधिकारी, प्रथम श्रेणी पशु चिकित्सालय लूणकरणसर, बीकानेर ने डेयरी पशुओं में स्वास्थ्य प्रबंधन एवं प्रमुख संक्रामक रोगों के लक्षण टीकाकरण एवं उपचार के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. नवल किशोर ने पशुओं से निर्मित कार्बनिक खादें एवं उनका कृषि में महत्व के बारे में जानकारी दी। केंद्र के डॉ भानु प्रकाश ने डेयरी पशुओं से उत्पन्न होने वाले विभिन्न उत्पादों की जानकारी, प्रजनन संबंधित समस्याएं एवं उनका निवारण एवं कृमिनाशक दवाओं का महत्व पर व्याख्यान दिया। केंद्र के ही डॉ. प्रमोद मोहता ने डेयरी पशुओं की विभिन्न उपयोगी नस्लों एवं डेयरी पशुओं में आहार व्यवस्था के बारे में विस्तार से जानकारी दी। साथ ही सभी प्रतिभागियों को केंद्र में स्थापित अजोला इकाई एवं नेपियर घास की इकाई का भी भ्रमण करवाया गया। प्रशिक्षण शिविर के अंत में एक प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसमें विमला, करम लाई एवं राजेश क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर रहे। सभी विजेता पशुपालकों को पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया। इस प्रशिक्षण शिविर में 30 पशुपालक लाभान्वित हुए जिन्हें कार्यक्रम के अंत में प्रशिक्षण प्राप्ति के प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए।