आवास पर जनसुनवाई कर आमजन के अभाव-अभियोग सुने : क्षेत्र का विकास पहला लक्ष्य : मेघवाल

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। आपदा प्रबंधन एवं सहायता मंत्री गोविन्दराम मेघवाल ने शनिवार को बीकानेर स्थित अपने आवास पर जनसुनवाई कर आमजन के अभाव-अभियोग सुने। इस दौरान खाजूवाला विधानसभा क्षेत्र से बड़ी संख्या में उनसे मिलने पहुंचे लोगों ने मंत्री बनने पर उन्हें बधाई और शुभकामनाएं प्रेषित की। आपदा प्रबंधन एवं सहायता मंत्री बनने के बाद बीकानेर आए गोविन्दराम मेघवाल का शनिवार को दिनभर स्वागत, अभिवादन और आभार में बीता। उनके आवास पर शाम तक बधाई देने वालों का तांता लगा रहा।


मंत्री मेघवाल ने कहा कि विकास का जो वादा जनता से किया उस कार्य गति दी जायेगी। किसानों, मजदूरों व युवाओं की समस्याओं का समाधान करवाया जायेगा। उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने मुझपर जो भरोसा जताया है, उस पर खरा उतरने का प्रयास रहेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा जो सुविधाएं उपलब्ध हैं वह यहां के लोगों को मिले यह मेरा हर संभव प्रयास होगा।


अभाव-अभियोग सुने-इस दौरान मंत्री मेघवाल को ग्रामीणों ने राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय 40 केवाईडी में अध्यापकों के रिक्त पद भरवाने, समसा में विद्यालय भवन स्वीकृत करवाने, राजस्व गांव अलदीन और 40 केवाई इ डी की डिग्गियों को पाइप लाइन द्वारा नहर से जोड़ने की आवयश्कता जताई। साथ ही राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय एएलएम (अलादीन) को माध्यमिक विद्यालय में क्रमोन्नत करवाने के लिए ज्ञापन दिया। इस पर मंत्री मेघवाल ने कहा कि क्षेत्र की हर समस्या से वाकिफ हूं। प्राथमिकता के आधार पर सबका हल किया जाएगा। इस पर खरा उतरने का हर संभव प्रयास करूंगा।


इन क्षेत्रों से मिलने पहुंचे आमजन ने मंत्री का किया स्वागत- इस अवसर पर पूर्व मंत्री वीरेन्द्र बेनीवाल ने मंत्री को अपनी ओर से शुभकामनाएं दी और क्षेत्र के विकास के संबंध में चर्चा की। इसके अलावा करणीसर, अमनपुरा, आडूरी, दंतौर, बल्लर, 40 कवाईडी, पूगल, कोलायत, मण्डाल चारणान, पेमासर, ग्राम 10 जीएम, छत्तरगढ़, गांव 17 केएचएम, बीकानेर शहर, गांव 7 एडी व 2 एडी, हिम्मतासर, बीछवाल, रणधीसर, खारी चारणान आदि क्षेत्रों से बड़ी संख्या में आए पंचायत राज संस्थाओं के जन प्रतिनिधियों ने मंत्री से भंेट कर, शुभकामनाएं दी। बधाई देने वालों में सुनीता गौड़, सदीक खान, शेरखान, अशोक कड़वा, रामेश्वर गोदारा, शंकर लाल कड़ेला, मुरली मोदी, रामनिवास कुकणा आदि शामिल थे।