नन्हे हाथों में ऊट घोड़ों एवं हाथी की लगाम अजित फाउण्डेशन जिला स्तरीय स्कूली शतरंज प्रतियोगिता का आगाज

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। अजित फाउण्डेशन जिला स्तरीय स्कूली शतरंज प्रतियोगिता का उद्घाटन सुप्रसिद्ध शतरंज प्रशिक्षक शंकरलाल हर्ष, पीबीएम चिकित्सक डॉ. प्रवीण एवं समाजसेवी डॉ. नंदकिशोर पुरोहित के कर कमलों द्वारा किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए शंकरलाल हर्ष ने शतरंज को केवल खेल ही नहीं बल्कि जीवन का सर्वांगीण विकास करने वाला खेल बताया। उन्होंने कहा कि शतरंज पूर्ण अनुषासन का खेल है जिसमें बुद्धि को प्ररखा जाता है। डॉ. प्रवीण ने बच्चों को संबोधित करने हुए कहा कि कोराना महामारी के कारण बच्चों के खेलने पर सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ा जिसके कारण बच्चों में मायूसी देखने को मिली। लेकिन हमें महामारी से सावधान होकर अब धीरे-धीरे खेल की ओर अग्रसर होना चाहिए। समाजसेवी डॉ. नंदकिशोर पुरोहित ने शतरंज का इतिहास बताते हुए कहा कि शतरंज का जिक्र हमें वेदो तथा पुराणों में मिलते है। श्री पुरोहित ने कहा कि हम खेल के माध्यम से देश का प्रतिनिधित्व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर कर सकते है।खेल प्रषिक्षक हर्षवर्द्धन हर्ष ने इस अवसर पर शतरंज खेलने के नियमों से अवगत करवाया। श्री अनिल बोड़ा ने बच्चों का उत्साहवर्द्धन करते हुए कहा कि शतरंज में सबसे ज्यादा जरूरी जो चीज है, वह धैर्य। इस खेल में हमें धैर्य एवं सतर्कता से खेलना जरूरी है।
अजित फाउण्डेशन कार्यक्रम समन्वयक संजय श्रीमाली ने बताया कि इस वर्ष जिले की 25 स्कूलों 75 खिलाड़ियों ने बढचढ कर भाग लिया है। इसमें 18 लड़कियां एवं 57 लड़कों ने हिस्सा लिया है। आज के खेल में तीन राउण्ड खेले गये। अभी तक आर्यन पब्लिक स्कूल के माधव व्यास, गोविन्द तथा अर्जुन एवं अजित फाउण्डेषन टीम के हर्षवर्द्धन सिंह, दक्ष सिंह तथा मानवेन्द्र सिंह 8 अंक के साथ खिताब की दौड़ में बढ़त बनाये हुए है। लड़कियों में राजकीय बालिका स्कूल, हर्षो का चौक, बीकानेर बढत बनाये हुए है। कल प्रातः 11 बजे से दो राउण्ड खेले जायेगें तथा दोपहर तीन बजे समापन समारोह कार्यक्रम आयोजित होगा। प्रतियोगिता में आरबीटर के रूप में योगेश स्वामी, हर्षवर्द्धन हर्ष अपनी सेवाएं दे रहे तथा प्रतियोगिता संचालन राम कुमार तत्वावधान में हो रहा है।