जयपुर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने गुरुवार को जयपुर पुलिस कमिश्नरेट में एक सहायक पुलिस निरीक्षक (ASI) और उसके दलाल को एक लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। पकड़ा गया आरोपी ASI राधेश्याम यादव कमिश्नरेट के नार्थ जिले के विद्याधर नगर थाने में पदस्थापित है। वह अलवर जिले में मुंडावर तहसील के पड़ावा का रहने वाला है। जबकि गिरफ्तार हुआ दलाल मधुसूदन शर्मा है। वह ई-ब्लॉक, बैंक कॉलोनी, मुरलीपुरा का रहने वाला है। ASI राधेश्याम ने दलाल मधुसूदन के मार्फत ही रिश्वत में पांच लाख रुपए की मांग की थी।
ACB के एडीजी दिनेश एमएन ने बताया कि नरेंद्र सिंह नाम के व्यक्ति ने पिछले दिनों एसीबी मुख्यालय में शिकायत दर्ज करवाई थी। इसमें बताया कि उसके खिलाफ धोखाधड़ी का एक मुकदमा विद्याधर नगर थाने में दर्ज हुआ था। इस मुकदमे में उसे राहत देने और एफआईआर से नाम हटाने की एवज में अनुसंधान अधिकारी ASI राधेश्याम यादव अपने परिचित दलाल मधुसूदन के मार्फत 5 लाख रुपए की डिमांड कर रहा है। वह लगातार परेशान कर रिश्वत की रकम देने के लिए दबाव डाल रहा है। धमका भी रहा है।
तब ACB के स्पेशल इंवेस्टिगेशन शाखा के प्रभारी एडिशनल एसपी संजीव नैन के नेतृत्व में ट्रैप रचा गया। इसके बाद आज नरेंद्र सिंह ने ASI राधेश्याम यादव के दलाल मधूसूदन शर्मा को रिश्वत की रकम दी। इसके बाद उनकी फोन पर बातचीत हुई। तब इशारा मिलने पर एसीबी ने थानेदार और उसके दलाल को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। उनसे रिश्वत की रकम बरामद कर ली। एसीबी ट्रैप की कार्रवाई से विद्याधर नगर थाने में हड़कंप मच गया।