ऊर्जा मंत्री भँवर सिंह भाटी से मिलकर कृषि अधिकारी संघ ने गहलोत के नेतृत्व मे मुख्यमन्त्री के नाम सौंपा ज्ञापन

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। राजस्थान राज्य कृषि अधिकारी संघ जिला शाखा बीकानेर के प्रतिनिधि मंडल ने प्रदेश अध्यक्ष मुकेश गहलोत के नेतृत्व में आज सुबह ऊर्जा मंत्री भँवर सिंह भाटी से मुलाकात बीकानेर संभाग में कृषि विभाग से जुड़ी आवश्यक मांगों से अवगत करवाते हुए 11 सूत्री मांग पत्र सौंपा। इस पर कटारिया ने उचित मांगों पर विमर्श कर पूरी करने का आश्वासन दिया।
ये पदाधिकारी रहे प्रतिनिधिमंडल में शामिल

कृषि अधिकारी भैराराम गोदारा, प्रदीप चौधरी, राजुराम डोगिवाल,ममता, रघुवर दयाल, राजेश गोदारा, सीताराम, गिरिराज, ओमप्रकाश तर्ड, मीनाक्षी, सुमन, सुरेन्द्र मारू, ममता सुभाष बिश्नोई सहित संगठन के अन्य पदाधिकारी प्रतिनिधि मंडल में शामिल रहे।

कृषि अधिकारी संघ की ये है प्रमुख  मांगें 

1. किसानों तक कृषि की पहुँच ओर सरल व सुगम बनाने हेतु यथासंभव प्रत्येक पंचायत समिति स्तर पर सहायक निदेशक कृषि (वि.) कार्यालय सर्जित किए जावें।
2. कार्यालय उपनिदेशक कृषि (वि.) में सहायक निदेशक (मुख्यालय) के पदनाम से पद सर्जन किए जावें।
3. अनुसंधान संवर्ग की तर्ज पर कृषि अधिकारी की आगामी पदोन्नित 6600 ग्रेड पे पर की जावें।
4. संयुक्त निदेशक कृषि (वि.) एवं उप निदेशक (उद्यान) के कार्यालय जिला स्तर पर विस्तारित करते हुए संचालित किये जावें।
5. कृषि विभाग में स्थानान्तरण हेतु कृषि स्थानान्तरण नीति बनाई जावें एवं भविष्य में उसी अनुरूप स्थानान्तरण किया जावें।
6. सभी संचालित सहायक निदेशक स्तरीय कार्यालयों में पदीय संरचना समान हो व तीन कृषि अधिकारी योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए हों।
7. आदान निरीक्षणों को कानूनी सलाह हेतु उपनिदेशक कृषि (वि.) कार्यालय स्तर पर पद सर्जन हो या संबंधित कानूनी सलाहकार जिला स्तर पर मनोनयन हेतु अनुशंषा हों।
8. समस्त कृषि कार्यालयों में कृषि अधिकारी को सहयोग हेतु एक-एक कृषि पर्यवेक्षक का पद सृजित किया जाए।
9. कृषि कार्यालयों में स्वीकृत वाहन योजनावार स्वीकृत किये जावे व पर्याप्त वाहन व्यवस्था में बजट उपलब्ध करवाया जावें।
10. मैकेनाइजड खजूर फार्म खारा को सेन्टर ऑफ एक्सीलेन्स सब सेन्टर का दर्जा दिया जावें एवं सहायक निदेशक मय स्टॉफ पद सृजित किया जावें।
11. कृषि विभाग में विभिन्न योजनान्तर्गत आवंटित बजट समतुल्य तरीके से विकेन्द्रीकृत करते हुए आंवटन किया जावें।