100 दिवस में बीकानेर सहित राजस्थान को तम्बाकू मुक्त करने की तैयारी निरोगी राजस्थान के लिए समझाएंगे भी और चालान भी काटेंगे अभियान को लेकर प्रेस वार्ता आयोजित

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। राज्य सरकार द्वारा 100 दिवस में पूरे राजस्थान को तंबाकू मुक्त क्षेत्र बनाने की तैयारी है। विश्व तंबाकू निषेध दिवस 31 मई 2022 तक यह लक्ष्य प्राप्त करने के लिए 100 दिवसीय कार्य योजना पर काम हो रहा है। मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय कार्यशालाओ के साथ मिशन शुरू हो चुका है। अभियान में मीडिया से आवश्यक सहयोग प्राप्त करने के लिए गुरुवार को स्वास्थ्य भवन सभागार बीकानेर में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। वार्ता में सहायक निदेशक जनसंपर्क हरिशंकर आचार्य सहित विभिन्न मीडिया हाउस के प्रतिनिधि शामिल हुए।


सीएमएचओ डॉ बी एल मीणा ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि राज्य सरकार के जन घोषणा पत्र में वर्णित नीति “युवाओं में नशे की लत रोकने हेतु कारगर कदम उठाना” तथा निरोगी राजस्थान अभियान के अंतर्गत तंबाकू मुक्त राजस्थान अभियान की 100 दिवसीय कार्य योजना बनाई गई है। तंबाकू मुक्त बनाने के लिए जिला कलेक्टर के नेतृत्व में कोटपा एक्ट 2003 के समस्त प्रावधानों की शत-प्रतिशत पालना करवाते हुए क्रमवार समस्त सरकारी, निजी संस्थानों, कार्यालयों, विद्यालयों व परिसरों को तंबाकू मुक्त क्षेत्र के 9 इंडिकेटर पर खरा उतारा जाएगा। तम्बाकू छुड़वाने के लिए पूरा सहयोग तंत्र विकसित किया जाएगा। 100 दिवसीय कार्ययोजना में एक और जन-जन को जागरूक किया जाएगा, तंबाकू व धूम्रपान के दुष्परिणामों से अवगत करवाया जाएगा वहीं दूसरी ओर एनफोर्समेंट टीमों द्वारा कोटपा एक्ट की धारा 4, 5, 6 व 7 के तहत चालान काटने की कार्यवाही नियमित रूप से की जाएगी।

डिप्टी सीएमएचओ स्वास्थ्य एवं तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी डॉ लोकेश गुप्ता ने बताया कि बीकानेर को तंबाकू मुक्त बनाने के लिए अभियान शुरू हो चुका है। जिला स्तर पर जिला समन्वय समिति की बैठक जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल की अध्यक्षता में आयोजित हो चुकी है। अभियान के अंतर्गत पुलिस विभाग, शिक्षा विभाग, पंचायती राज विभाग, स्थानीय निकाय, महिला एवं बाल विकास विभाग इत्यादि समस्त सरकारी तंत्र के साथ नेहरू युवा केंद्र, विभिन्न एनजीओ द्वारा समन्वित प्रयास किया जाएगा। अभियान को लेकर जिला व खंड स्तर पर आमुखीकरण कार्यशालाए आयोजित की जाएंगी। जिनमें स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ समस्त अन्य विभागों, दंत चिकित्सकों, बीड़ी श्रमिकों, औषधि नियंत्रण अधिकारियों, खाद्य सुरक्षा अधिकारियों, व्यापारियों व अन्य स्टेक होल्डर को कोटपा एक्ट व तंबाकू मुक्त राजस्थान अभियान के बारे में जानकारी दी जाएगी।

तंबाकू सेवनकर्ताओं का होगा डिजिटल हेल्थ सर्वे
राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण इकाई के जिला प्रभारी रविंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि खुशी बेबी एनजीओ के सहयोग से प्रशिक्षित आशा सहयोगिनीओं द्वारा तंबाकू उपभोगियों का डोर टू डोर सर्वे किया जाएगा। आशा की डायरी में दर्ज सूची अनुसार सेवनकर्ताओं को तंबाकू मुक्ति उपचार एवं परामर्श केंद्र अथवा नेशनल क्विटलाइन पर रेफर किया जाएगा जहां इन्हें तंबाकू छुड़वाने हेतु सहयोग प्रदान किया जाएगा।

गाँव-गाँव होगी वाद-विवाद प्रतियोगिताएं
जिला आईईसी समन्वयक मालकोश आचार्य ने बताया कि अभियान के अंतर्गत अप्रैल माह में प्रत्येक ग्राम पंचायत, ब्लॉक व जिला स्तर से लेकर राज्य स्तर तक विद्यार्थियों के बीच वाद विवाद प्रतियोगिताओं की शृंखला चलाई जाएगी। प्रत्येक स्तर पर विजेताओं द्वारा उच्चतर स्तर पर आयोजित प्रतियोगिता में भाग लिया जाएगा। राज्य स्तर पर प्रथम द्वितीय व तृतीय प्रतिभागियों को विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर सम्मानित किया जाएगा। ग्राम स्तरीय स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण समितियों तथा शहरी क्षेत्रों में महिला आरोग्य समितियों के माध्यम से नारा लेखन एवं अन्य जागरूकता गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।

30 अप्रैल को चालान काटने के बनेंगे कीर्तिमान
सीएमएचओ डॉ मीणा ने बताया कि अभियान के अंतर्गत सभी विभागों को चालान बुक वितरित की जाएंगी। सभी सक्षम प्राधिकारियों द्वारा कोटपा एक्ट 2003 के अंतर्गत नियमित चालानिंग करवाई की जाएगी। इसी के साथ 30 अप्रैल को एक साथ पूरे राजस्थान में सर्वाधिक चालान काटने की कार्यवाही की जाएगी। सर्वाधिक चालान काटने वालों को जिला व राज्य स्तर पर सम्मानित किया जाएगा।