विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। श्री जैन पब्लिक स्कूल, बीकानेर में आज मोटिवेशनल एवं मैंटरिंग सत्र का आयोजन किया गया।
प्राचार्य श्रीमती सीमा जैन ने बताया कि आज शाला सभागार में इंजीनियरिंग महाविद्यालय के प्रोफेसर एवं अन्तराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानीत मोटिवेशनल गुरू डॉ. गौरव बिस्सा के सान्ध्यि में छात्र-छात्राओं, अभिभावको एवं शिक्षकगणों के लिए मोटिवेशनल एवं मैंटरिंग सत्र का आयोजन किया गया। इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष श्री विजय कुमार कोचर, सचिव श्री माणक चन्द कोचर एवं प्राचार्य श्री मती सीमा जैन ने मुख्य वक्ता डॉ. गौरव बिस्सा को पुष्प गुच्छ एवं स्मृति चिन्ह् प्रदान करते हुए स्वागत किया।
इस सत्र को मुख्य वक्ता डॉ. गौरव बिस्सा ने तीन चरणों में प्रस्तुत किया। जिसमें प्रथम चरण में अभिभावकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि विद्यार्थियों को संघर्षशील बनने के प्रेरित करे और आधुनिक तकनीकी का प्रयोग सकारात्मक तरीके से करने एवं करवाने मे सहयोग प्रदान करे। बच्चों को संस्कार वानबनाये।
दूसरे चरणमें डॉ. बिस्सा ने विद्यार्थियों को राष्ट्र का कर्णधार बताते हुए कहा कि अर्जुन की तरह अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए एकाग्रता एवं संयमता का पालन करे। इस अवसर पर विद्यार्थियों को मंच पर बुलाकर एक गतिविधि के साथ उनमें सकारात्मकता एवं अनुशासनता का पाठ पढ़ाया।
तीसरे चरणमें डॉ. गौरव ने शाला की महता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज के समय में शालाओं से दूर होते हुए बच्चों में अनुशासनहीनता एवं व्यक्तित्व विकास की कमी हो रही है, इसलिए अभिभावकों को चाहिये कि वे अपने बच्चों के सम्पूर्ण विकास के लिए समयानुसार उनके जीवन में शाला की महता को बताये और उनसे जुड़ाव रखने का प्रयास करे।
सत्र के अन्तिम पडाव पर अभिभावकों, विद्यार्थियों एवं शिक्षकगणों की जिज्ञासाओं को विभिन्न उदाहरणों, अनुसंधानों एवं डिजीटल प्रस्तुति के द्वारा समझाया।
इस अवसर पर सी.बी.एस.ई. बोर्ड की टर्म-1 के कक्षा 10वीं टॉपर छात्र साकेत बाहेती (99 प्रतिशत) एवं पार्थ खत्री (98 प्रतिशत) के साथ 90 प्रतिशत से अधिक विद्यार्थियों का मुख्य वक्ता डॉ. गौरव बिस्सा, संस्था के अध्यक्ष श्री विजय कुमार कोचर, सचिव श्री माणक चन्द कोचर, शाला प्राचार्य सीमा जैन एवं शाला प्रबन्धक विश्वजीत गौड़ ने अभिनन्दन किया एवं बधाई दी।
शाला के सचिव श्री माणक चन्द कोचर ने मुख्य वक्ता डॉ. गौरव बिस्सा, विद्यार्थियों एवं अभिभावकों को धन्यवाद दिया।कार्यक्रम का संचालन शिक्षिका डॉ. ज्योति मिश्रा ने किया।