विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। कस्बे में पेयजल आपूर्ति नहीं होने से आवारा पशुओं के साथ आमजन के हालात बहुत बदतर है।आठ सौ आबादी वाले इस गांव में तीन ट्यूबवेल होते हुए भी पूरे कस्बे में पानी को लेकर त्राय त्राय मची हुई है।इतनी बड़ी आबादी क्षेत्र में मात्र एक ट्यूबवेल से जलापूर्ति नहीं हो पाती।ऐसी हालात में आधा गांव अमूमन प्रति टैंकर 500 रपए देकर दूर दराज से पानी लाने को बेबस है। सरपंच कैलाश चंद्र गोदारा ने बताया कि एक ट्यूबवेल इतनी बड़ी आबादी के लिए ऊं के मुंह में जीरे के समान है। मेघवालों के मुहल्ले सहित दो ट्यूबवेल से जलापूर्ति होती, जिसमें दोनों में से एक तो लगभग तकनीकी खराबी के चलते बंद रहने के कारण पानी की किल्लत से जुझना स्वभाविक है।वही जिन लोगों के घरो के सामने से लाइन पाइप लाइन गुजरती है उनमें से कइयों ने वाल लगाकर अवैध कनेक्शन ले रखे है।जिसकी वजह से आगे सप्लाई नहीं होती।सभी गांववासियों ने बताया कि इस मूलभूत सुविधा के लिए तरसने की मानवीय सीमा तो तब लांघी हुई साबित हुई जब इस सप्ताह में तीन ग्रामीणों की मौत के दाह संस्कार के बाद ग्रामीणों को स्नान के लिए पानी टैंकर से बहुत दूर से मंगाना पड़ा।ऐसे बद्तर हालात में 90 फीसदी पशुधन रखने वाले ग्रामीणों को महीने में हजारों रुपए का पानी टैंकर से मंगवाने पर भी समय पर सुलभ नहीं हो पाता।ऐसी दशा में आवारा पशु असामयिक मौत के शिकार हो रहे हैं।गर्मी के मौसम में यह हालात और अधिक बदतर होंगे। भूतपूर्व सरपंच हीराराम मेघवाल,समाजसेवी रामकरण सारण, मानवाधिकार के अध्यक्ष प्रेमचंद सोनी, केशुराम गोदारा , सुखराम गोदारा आदि युवाओं ने बताया कि जलदाय विभाग के अधिकारियों को बार बार अवगत कराने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने से ग्रामीणों ने जिला कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी है।
मैं अधिकारियों से वार्ता करता हूं,मामला देखुगा ,एक नया ट्यूबेल बनकर तैयार हो गया जिसका विद्युत कनेक्शन दो-तीन दिनों में कर दिया जाएगा। गैस पाइपलाइन की वजह से वाह विद्युत कनेक्शन होने में थोड़ी देर हो रही है बाकी व्यवस्था को सुचारू कर दिया जाएगा। डोगरा जी अधिशासी अभियंता जलदाय विभाग नोखा।